प्रतापगढ़. देश दुनिया में आज वन दिवस मनाया जा रहा है. वैश्विक वनों की कटाई खतरनाक दर पर जारी है. इसलिए, सभी के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि वे जिम्मेदार तरीके से काम करें और वैश्विक वन दिवस पर वनों को बचाने के लिए अपना योगदान दे. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 28 नवंबर 2012 को एक प्रस्ताव पारित करते हुए हर साल 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वन दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. इस दिन को विश्व भर में सभी तरह के वनों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और इनके महत्व को समझाने के तौर पर मनाया जाता है. प्रतापगढ़ कांठल की आबोहवा और भौगोलिक स्थितियों के कारण यहां वनच्छादित इलाका भरपूर है. जो प्रदेश में उदयपुर के बाद दूसरे स्थान पर है. हालांकि फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की सर्वे रिपोर्ट में प्रतापगढ़ जिले के वनाच्छाति क्षेत्र में कमी बताई गई है. जो चिंता का विषय है. प्रदेश का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 3 लाख 42 हजार 239 वर्ग किलोमीटर है. इसमें से 16 हजार 572 वर्ग किलोमीटर में वनक्षेत्र है. वहीं वनाच्छादित क्षेत्र 4.84 प्रतिशत ही है. वहीं उदयपुर का वनाच्छादित क्षेत्र 23.58 प्रतिशत है. जबकि प्रतापगढ़ में कुल भौगोलिक क्षेत्र 44 हजार 495 वर्ग किलोमीटर है. इसमें से एक हजार 44 वर्ग किलोमीटर वनाच्छादित क्षेत्र है, जो 23.47 प्रतिशत है. प्रतापगढ़ जिले के वनों की तस्वीर वन विभाग के अधिकारियों की ओर से जारी गई हैं।
प्रतापगढ़. देश दुनिया में आज वन दिवस मनाया जा रहा है. वैश्विक वनों की कटाई खतरनाक दर पर जारी है. इसलिए, सभी के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि वे जिम्मेदार तरीके से काम करें और वैश्विक वन दिवस पर वनों को बचाने के लिए अपना योगदान दे. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 28 नवंबर 2012 को एक प्रस्ताव पारित करते हुए हर साल 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वन दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. इस दिन को विश्व भर में सभी तरह के वनों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और इनके महत्व को समझाने के तौर पर मनाया जाता है. प्रतापगढ़ कांठल की आबोहवा और भौगोलिक स्थितियों के कारण यहां वनच्छादित इलाका भरपूर है. जो प्रदेश में उदयपुर के बाद दूसरे स्थान पर है. हालांकि फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की सर्वे रिपोर्ट में प्रतापगढ़ जिले के वनाच्छाति क्षेत्र में कमी बताई गई है. जो चिंता का विषय है. प्रदेश का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 3 लाख 42 हजार 239 वर्ग किलोमीटर है. इसमें से 16 हजार 572 वर्ग किलोमीटर में वनक्षेत्र है. वहीं वनाच्छादित क्षेत्र 4.84 प्रतिशत ही है. वहीं उदयपुर का वनाच्छादित क्षेत्र 23.58 प्रतिशत है. जबकि प्रतापगढ़ में कुल भौगोलिक क्षेत्र 44 हजार 495 वर्ग किलोमीटर है. इसमें से एक हजार 44 वर्ग किलोमीटर वनाच्छादित क्षेत्र है, जो 23.47 प्रतिशत है. प्रतापगढ़ जिले के वनों की तस्वीर वन विभाग के अधिकारियों की ओर से जारी गई हैं।