बहुत जरुरत पर ही निकले लोग, पुलिस ने भी अपनाया सख्त रवैया
-सडक़ों पर पसरा दिखा सन्नाटा
प्रतापगढ़. कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए देशव्यापी लॉक डाउन को प्रतापगढ़ जिले की जनता भी व्यापक समर्थन दे रही हैं। वहीं प्रशासन और पुलिस भी इसकी सख्ती से पालना करवा रहा है। हालांकि बीच-बीच में जहां लोग लापरवाह हो जाते हैं वहीं प्रशासन और पुलिस भी कुछ ढीली पड़ जाती है। राजस्थान पत्रिका के मंगलवार के अंक में ‘पुलिस ने सख्ती कम की, बेवजह घूमते दिख रहे लोग’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया। जिसके बाद लॉक डाउन के दसवें दिन मंगलवार को जहां जागरुकता दिखाते हुए लोग बेवजह सडक़ों पर कम निकले वहीं पुलिस ने भी अकारण घूमने वालों पर सख्ती रखकर उन्हें वापस घर भेजा। हालांकि आवश्यक सेवाओं और अत्यावश्यक काम से निकलने वालों को छूट दी गई। लोगों की जागरुकता और पुलिस की सख्ती के चलते सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा।
गली-मौहल्लों में भी सख्ती की जरुरत
यो तो लॉक डाउन के दौरान जागरुक लोग एहतियात के तौर पर अपने-अपने घरों में रह रहे हैं और केवल अति आवश्यक स्थिति में ही सडक़ों पर निकल रहे हैं। बंद को प्रभावी बनाए रखने में पुलिस की ओर से भी जगह-जगह नाकाबंदी और गश्त की जा रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लॉक डाउन की पालना की जा रही है लेकिन गली-मौहल्लों और कॉलोनियों में अब भी कुछ लोग लापरवाह होकर समूह बनाकर बतियाते या घूमते नजर आते हैं। ऐसे में यहां भी पुलिस गश्त हो तो इस पर कुछ लगाम लगे।
कम होने लगा मजदूरों का आवागमन
देशभर में लॉक डाउन के चलते जो लोग अन्य जगहों पर मजदूरी या अन्य कामों के लिए गए हुए थे। वे वहां काम बंद होने से वापस अपने घरों की और लौट रहे हैं। लॉक डाउन के चलते परिवहन के साधन बंद होने से बड़ी संख्या में लोग पैदल ही अपने गांव-शहर को लौट रहे हैं। पिछले दिनों बड़ी संख्या में ऐसे लोग दिखाई दे रहे थे, हालांकि अब धीरे-धीरे यह संख्या कुछ कम होने लगी है।
तीन-तीन बार हो रहा सर्वे
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए चिकित्सा विभाग की ओर से भी सावचेती बरती जा रही है। शहर में कई जगहों पर चिकित्साकर्मियों की ओर से तीन-तीन बार सर्वे हो चुका है। चिकित्साकर्मी घर के सदस्यों, बच्चों और बुजुर्गो, सर्दी-जुकाम-बुखार, विदेश से आने सम्बंधी जानकारी एकत्र कर रहे हैं।
सोशल डिस्टेंस की पालना
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सबसे जरूरी है कि लोग अपने घरों में ही रहें। आवश्यक सेवाओं और अति आवश्यक कार्य से बाहर निकलना भी पड़े तो सोशल डिस्टेंस की पूरी तरह से पालना की जाए। देखने में आता है कि कई लोग इसका पालन नहीं करते लेकिन पुलिस इनके खिलाफ सख्ती बरतते हुए पालना कराने में जुटी है।
-सडक़ों पर पसरा दिखा सन्नाटा
प्रतापगढ़. कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए देशव्यापी लॉक डाउन को प्रतापगढ़ जिले की जनता भी व्यापक समर्थन दे रही हैं। वहीं प्रशासन और पुलिस भी इसकी सख्ती से पालना करवा रहा है। हालांकि बीच-बीच में जहां लोग लापरवाह हो जाते हैं वहीं प्रशासन और पुलिस भी कुछ ढीली पड़ जाती है। राजस्थान पत्रिका के मंगलवार के अंक में ‘पुलिस ने सख्ती कम की, बेवजह घूमते दिख रहे लोग’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया। जिसके बाद लॉक डाउन के दसवें दिन मंगलवार को जहां जागरुकता दिखाते हुए लोग बेवजह सडक़ों पर कम निकले वहीं पुलिस ने भी अकारण घूमने वालों पर सख्ती रखकर उन्हें वापस घर भेजा। हालांकि आवश्यक सेवाओं और अत्यावश्यक काम से निकलने वालों को छूट दी गई। लोगों की जागरुकता और पुलिस की सख्ती के चलते सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा।
गली-मौहल्लों में भी सख्ती की जरुरत
यो तो लॉक डाउन के दौरान जागरुक लोग एहतियात के तौर पर अपने-अपने घरों में रह रहे हैं और केवल अति आवश्यक स्थिति में ही सडक़ों पर निकल रहे हैं। बंद को प्रभावी बनाए रखने में पुलिस की ओर से भी जगह-जगह नाकाबंदी और गश्त की जा रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लॉक डाउन की पालना की जा रही है लेकिन गली-मौहल्लों और कॉलोनियों में अब भी कुछ लोग लापरवाह होकर समूह बनाकर बतियाते या घूमते नजर आते हैं। ऐसे में यहां भी पुलिस गश्त हो तो इस पर कुछ लगाम लगे।
कम होने लगा मजदूरों का आवागमन
देशभर में लॉक डाउन के चलते जो लोग अन्य जगहों पर मजदूरी या अन्य कामों के लिए गए हुए थे। वे वहां काम बंद होने से वापस अपने घरों की और लौट रहे हैं। लॉक डाउन के चलते परिवहन के साधन बंद होने से बड़ी संख्या में लोग पैदल ही अपने गांव-शहर को लौट रहे हैं। पिछले दिनों बड़ी संख्या में ऐसे लोग दिखाई दे रहे थे, हालांकि अब धीरे-धीरे यह संख्या कुछ कम होने लगी है।
तीन-तीन बार हो रहा सर्वे
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए चिकित्सा विभाग की ओर से भी सावचेती बरती जा रही है। शहर में कई जगहों पर चिकित्साकर्मियों की ओर से तीन-तीन बार सर्वे हो चुका है। चिकित्साकर्मी घर के सदस्यों, बच्चों और बुजुर्गो, सर्दी-जुकाम-बुखार, विदेश से आने सम्बंधी जानकारी एकत्र कर रहे हैं।
सोशल डिस्टेंस की पालना
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सबसे जरूरी है कि लोग अपने घरों में ही रहें। आवश्यक सेवाओं और अति आवश्यक कार्य से बाहर निकलना भी पड़े तो सोशल डिस्टेंस की पूरी तरह से पालना की जाए। देखने में आता है कि कई लोग इसका पालन नहीं करते लेकिन पुलिस इनके खिलाफ सख्ती बरतते हुए पालना कराने में जुटी है।