ग्रहों के चलते में हमेशा चर्चा में रहते हैं राजा भैया
काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री आचार्य ऋषि द्विवेदी ने बताया कि रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का जन्म मकर लग्र और कन्या राशि में हुआ है। अपने ग्रहों के चलते हमेशा चर्चा में रहते हैं। वर्तमान में नयी राजनीतिक पार्टी जनसत्ता बनायी है। राजा भैया की कुंडली में सर्वोच्च महादशा चल रही है। कुंडली के अनुसार शनि की महादशा 9 जून 2014 प्रारंभ हुई है, जो 9 जून 2033 तक चलेगी। शनि की महादशा 19 साल तक बनी रहेगी। शनि की महादशा में बुध का अंतर 12 जून 2017 से आरंभ हुआ। जो 21 फरवरी 2020 तक बना रहेगा। देखा जाये तो लग्नेश में भाग्येश की दशा जीवन की सर्वश्रेष्ठ महादशा मानी जाती है। इसी समय में राजा भैया ने एक जनसत्ता राजनीतिक पार्टी की स्थापना की है। इनकी कुंडली को देखा जाये तो आने वाला समय ग्रह योग के आधार पर प्रदेश में प्रभुत्व स्थापित करने वाला अच्छा संयोग बन रहा है। आने वाले समय में शनि की महादशा प्रदेश स्तर पर सर्वोच्च सत्ता प्रदान कर सकती है।
काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री आचार्य ऋषि द्विवेदी ने बताया कि रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का जन्म मकर लग्र और कन्या राशि में हुआ है। अपने ग्रहों के चलते हमेशा चर्चा में रहते हैं। वर्तमान में नयी राजनीतिक पार्टी जनसत्ता बनायी है। राजा भैया की कुंडली में सर्वोच्च महादशा चल रही है। कुंडली के अनुसार शनि की महादशा 9 जून 2014 प्रारंभ हुई है, जो 9 जून 2033 तक चलेगी। शनि की महादशा 19 साल तक बनी रहेगी। शनि की महादशा में बुध का अंतर 12 जून 2017 से आरंभ हुआ। जो 21 फरवरी 2020 तक बना रहेगा। देखा जाये तो लग्नेश में भाग्येश की दशा जीवन की सर्वश्रेष्ठ महादशा मानी जाती है। इसी समय में राजा भैया ने एक जनसत्ता राजनीतिक पार्टी की स्थापना की है। इनकी कुंडली को देखा जाये तो आने वाला समय ग्रह योग के आधार पर प्रदेश में प्रभुत्व स्थापित करने वाला अच्छा संयोग बन रहा है। आने वाले समय में शनि की महादशा प्रदेश स्तर पर सर्वोच्च सत्ता प्रदान कर सकती है।
राजनीति में आगे जा सकते हैं राजा भैया
ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी की भविष्यवाणी के अनुसार ग्रहों का योग राजा भैया को राजनीति में बहुत आगे लेकर जायेगा। कुंडा से सात बार निर्दलीय ही चुनाव जीतने वाले राजा भैया प्रदेश स्तर पर बहुत बड़ा पद पा सकते हैं। अभी तक तो राजा भैया को अन्य दलों का समर्थन मिलता था लेकिन अब उनका दल भी अन्य पार्टियों को समर्थन देने वाला बन जायेगा। राजा भैया की पार्टी की ताकत लोकसभा के बाद यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी दिखेगी। सितारे इसी तरह बुलंद रहे तो यूपी में सत्ता के शीर्ष शिखर तक भी राजा भैया जा सकते हैं।
ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी की भविष्यवाणी के अनुसार ग्रहों का योग राजा भैया को राजनीति में बहुत आगे लेकर जायेगा। कुंडा से सात बार निर्दलीय ही चुनाव जीतने वाले राजा भैया प्रदेश स्तर पर बहुत बड़ा पद पा सकते हैं। अभी तक तो राजा भैया को अन्य दलों का समर्थन मिलता था लेकिन अब उनका दल भी अन्य पार्टियों को समर्थन देने वाला बन जायेगा। राजा भैया की पार्टी की ताकत लोकसभा के बाद यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी दिखेगी। सितारे इसी तरह बुलंद रहे तो यूपी में सत्ता के शीर्ष शिखर तक भी राजा भैया जा सकते हैं।
राजा भैया ने लोकसभा चुनाव 2019 में सभी पद पर प्रत्याशी उतराने की तैयारी की है। राजा भैया की पार्टी को लोकसभा चुनाव में अच्छी सफलता मिलती है तो यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में यूपी में सपा, बसपा, कांग्रेस, बीजेपी के बाद राजा भैया की पार्टी का जलवा रहेगा। यदि विधानसभा चुनाव में राजा भैया को अच्छी सीट मिलती है और किसी दल को बहुमत नहीं मिलता है तो राजा भैया के ग्रह योग उन्हें प्रदेश की सत्ता को सर्वोच्च पद तक पहुंचा सकते हैं।