प्रार्थना सभा का था आयोजन
रायकाशीपुर निवासी राम कुमार गौतम की ओर से अपने घर पर ही अक्सर प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती हैं। यीशू दरबार भी लगाया जाता है। सोमवार को भी ऐसी ही एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। दोपहर का समय था और वहां काफी संख्या में लोग जुटे थे, यीशू भजन और कीर्तन किया जा रहा था। कुछ लोगों का कहना है कि ये चंगाई सभा थी।
रायकाशीपुर निवासी राम कुमार गौतम की ओर से अपने घर पर ही अक्सर प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती हैं। यीशू दरबार भी लगाया जाता है। सोमवार को भी ऐसी ही एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। दोपहर का समय था और वहां काफी संख्या में लोग जुटे थे, यीशू भजन और कीर्तन किया जा रहा था। कुछ लोगों का कहना है कि ये चंगाई सभा थी।
राम कुमार गौतम के घर पर सभी लोग यीशू कीर्तन पर और प्रार्थना में लीन थे। इसी दौरान अचानक चार गाड़ियों में भरकर करीब दो दर्जन असलहाधारी अचानक वहां आ धमके। उनके आने से वहां मौजूद सब परेशान हो गए। उन लोगों ने वहां लोगों को लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। महिलाएं और बच्चे भी उनका शिकार बनीं। पिटाई के दौरान दहशत फैलाने के लिये कई राउंड हवाई फायरिंग की बात भी कही गयी है। वहां तोड़फोड़ भी की गयी। इसके अलावा वहां रखी धार्मिक प्रतिमा व कुछ बाइक में तोड़फोड़ का भी दावा किया गया है। वहां हमला करने के बाद बदमाश असलहा लहराते वहां से निकल भागे।
इस मामले में पुलिस ने रामकुमार गौतम की शिकायत पर रायकशीपुर के राजेन्द्र सिंह, बेटे रोहित सिंह, मुरैनी निवासी शिवम पांडेय और सरैया नौवड़िया के विवेक तिवारी के साथ ही 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले में एसपी संतोष कुमार सिह ने कहा है कि इस हमले की जांच कराई जा रही है। उन्होंने दावा किया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चंगाई सभा के बहाने धर्मांतरण!
उधर आरोप यह भी लग रहा है कि प्रार्थना सभा जिसे चंगाई सभा भी कहा जाता है, उसके बहाने धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। दरअसल राश्काशीपुर में रामकुमार के घर पर यह चंगाई सभा कोई नई नहीं। करीब दो साल पहले जब घर पर ही यीशू दरबार लगाना शुरू किया था तो तब गिनती के लोग ही आते थे। पर धीरे-धीरे आने वालों की तादाद बढ़ती चली गयी। पीड़ित रामकुमार इसे राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं। उसका दावा है कि वह चुनाव में आरोपी के खिलाफ था, इसीलिये परेशान किया जा रहा है।
By Sunil Somvanshi
उधर आरोप यह भी लग रहा है कि प्रार्थना सभा जिसे चंगाई सभा भी कहा जाता है, उसके बहाने धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। दरअसल राश्काशीपुर में रामकुमार के घर पर यह चंगाई सभा कोई नई नहीं। करीब दो साल पहले जब घर पर ही यीशू दरबार लगाना शुरू किया था तो तब गिनती के लोग ही आते थे। पर धीरे-धीरे आने वालों की तादाद बढ़ती चली गयी। पीड़ित रामकुमार इसे राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं। उसका दावा है कि वह चुनाव में आरोपी के खिलाफ था, इसीलिये परेशान किया जा रहा है।
By Sunil Somvanshi