जानकारी के अनुसार डॉक्टर महेंद्र के पिता पांच भाई हैं और पूरा परिवार गांव में ही रहता है। चंद दिनों पूर्व राज्यमंत्री के चाचा का देहांत हो गया, जिनका श्राद्धकर्म रविवार को होना था। मंत्री सिंह व्यस्तताओं के कारण अन्य कर्मों में शामिल होने के बाद वापस लौट गए थे और रविवार को ही उनके फिर आने का कार्यक्रम था। श्राद्ध कर्म में शामिल होने के लिए रिश्तेदारों का जमावड़ा है। तैयारियो में देर रात तक व्यस्त रहने के बाद सभी रिश्तेदार और परिजन सो गए। सुबह जब नींद खुली तो घर का नजारा देख सभी सकते में आ गए। सभी सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था। आलमारी के ताले टूटे पड़े थे। देखा तो गहने और नकदी भी गायब थी। इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। आशंका जताई जा रही है कि चोर छत के रास्ते घर में दाखिल हुए होंगे और चोरी की वारदात को अंजाम देकर आराम से फरार हो गए। बताया जाता है कि राज्यमंत्री एवं इनके चार चाचा के मकान एक-दूसरे से सटे हैं। इनके घर के पीछे ही अन्य पट्टीदारों के भी मकान हैं। इनमें से भी दो घरों को चोरों ने निशाना बनाया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई और पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह सदल-बल मौके पर पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली एवं जल्द पर्दाफाश का भरोसा दिलाया। पुलिस कप्तान के साथ पहुंची फोरेंसिक टीम और इलाहाबाद से एसपी क्राइम मनोज अवस्थी के साथ पहुंचे फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और डॉग स्क्वॉयड ने भी साक्ष्य जुटाए।
छह लाख से अधिक की नकदी, 17 लाख के गहने चोरी राज्यमंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह के चाचा बैजनाथ सिंह के घर से चोरों ने सात लाख के गहने और तीन लाख 25 हजार रूपये नकद आलमारी तोड़कर उड़ा दिए। तो वहीं मंत्री के दूसरे चाचा के घर से ढाई लाख रूपये नकद एवं 10 लाख के गहने उड़ा दिए। बताया जाता है कि मंत्री के दूसरे चाचा के पुत्र सुरेश सिंह की पत्नी ऊषा सिंह गांव की प्रधान भी है। जिनकी पत्नी गांव की प्रधान भी हैं।
आइजी जोन ने भी किया मुआयना, गांव छावनी में तब्दील वारदात की सूचना मिलते ही आइजी जोन इलाहाबाद रमित शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। शर्मा ने परिजनों एवं मातहतों से घटना की जानकारी ली और अधीनस्थ अधिकारियों को घटना का पर्दाफाश करने के निर्देश दिए। गांव में पूरे दिन सायरन की आवाज गूंजती रही। जिले के विभिन्न थानों की फोर्स भी मंत्री के गांव पहुंची। पुलिस ने गांव बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी है। गांव पूरी तरह से छावनी में तब्दील हो गया है।