जी हां लखन्रऊ में पीजीआई अस्पताल में कुछ दिन पहले शराब के नशे में धुत डाक्टर द्वारा वर्तिका से अभद्रता की गई। वर्तिका ने इसकी शिकायत सीएम योगी से की लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। उल्टे यूपी की पुलिस वर्तिका पर ही मामले से पीछे हटने का दबाव बनाने लगी। वर्तिका ने डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पूरी जोर लगा दी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में ये बता दिया कि आय भी सरकार किसी की भी पुलिसिया व्यवस्था जस की तस है।
बतादें कि प्रतापगढ़ जिले के रायचंद्रपुर गांव की रहने वाली वर्तिका सिंह अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज हैं। वह प्री नेशनल और यूपी स्टेट में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। वह इंद्रप्रस्थ कॉलेज फार वीमेन की छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। दिल्ली में उनकी
सीआरपीएफ में ट्रेनर के रूप में तैनाती है। वर्तिका का आरोप है कि बीते 29 अप्रैल को वह लखनऊ में अपने भाई के पास आई थीं।
शाम को करीब साढ़े पांच बजे भाई के साथ बाइक से जा रही थीं। इस दौरान पीजीआई के डाक्टर पीयूष गुप्ता ने उनकी गाड़ी में टक्कर मार दी। वर्तिका ने अपने भाई के साथ इसका विरोध किया तो डाक्टर ने उनसे अभद्रता की। आरोप है कि उस डाक्टर ने शराब पी रखी थी। इतना ही नहीं वर्तिका की मानें तो उसकी गाड़ी में भी शराब की बोतलें रखी थी।
वहीं जब मेडिकल कराया गया तो रिपोर्ट में डाक्टर के शराब पीने की बात सामने नहीं आई। जिसपर वर्तिका ने कहा कि डाक्टर ने अपने रसूख से मेडिकल रिपोर्ट में बदलाव कराया है। उन्होने इस घटना की शिकायत पुलिस से की । बात नहीं बनी तो इसकी शिकायत सीएम से भी की लेकिन कुछ न हुआ। अब इस मामले से आहत वर्तिका का कहना है सरकार और प्रशासन से मेरा भरोसा उठता जा रहा है।