प्रो. शिवकांत ओझा ने प्रतापगढ़ में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जो खुलासा हुअ है वो निश्चित रूप से भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है। उन्होंने आरोप लगाने वाले एसएसपी वैभव कृष्ण की तारीफ की। कहा कि बड़े स्तर पर 60 से 80 लाख रुपये तक एसपी की पोस्टिंग ट्रांसफर में लिया जा रहा है। सरकार में अगर दम है तो इसकी जांच कराए और डीजीपी से लेकर सरकार तक में जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
उन्होंने कहा कि एक सिटिंग एसएसपी खुद आरोप लगा रहा है इससे ज्यादा शर्म की बात क्या हो सकती है कि पुलिस के भीतर इस प्रकार का भ्रष्टाचार है। मजे की बात तो यह कि जिन पर आरोप है वो सब अब तक अपने पद पर मौजूद हैं। उन्होंने कहा की नैतिकता के नाते डीजीपी को खुद इस्तीफा देकर इसकी जांच के लिये सरकार से मांग करनी चाहिये थी। दावा किया की आने वाले चुनाव के लिये वसूली की जा रही है।
By Sunil Somvanshi