डीएम एसपी ने रात में की मनाने की कोशिश, लेकिन नहीं माने उदय प्रताप सिंह।
शेखपुरा आशिक गांव छावनी में तब्दील, कुंडा में लगे बंद के पोस्टर, नहीं खुलीं दुकानें।
कुंडा मुहर्रम विवाद
प्रतापगढ़. मंगलवार का दिन, मुहर्रम की दसवीं तारीख, ताजियादार और अखाड़ेदार जुलूस निकालने के लिये तैयार, हाउस अरेस्ट राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह अपनी जिद पर अड़े हुए और कुंडा का शेखपुरा आशिक छावनी में तब्दील। 10वीं मुहर्रम को ये हालात हैं प्रतापगढ़ के कुंडा और शेखरपुरा आशिक गांव के। दोपहर तक मुहर्रम का जुलूस निकाला जाना है, लेकिन उसके पहले ही कुंडा बंद बुलाया गया है, जिसका असर भी दिखायी दे रहा है। बंद के लिये रातों रात पूरे कुंडा में पोस्टर चिपकाए गए। रात में पुलिस ने राजा भइया के पिता उदय प्रताप सिंह को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़े रहे और प्रशासन के उस अदेश को मानने से इनकार कर दिया, जिसमें कहा गया था कि रास्ते से केसरिया झंडे हटा दिये जाएं। हालांकि पुलिस झंडे को लेकर सोमवार को ही राजा भइया की भदरी कोठी पर नोटिस भी चस्पा कर चुकी है। मीडिया को दिये अपने बयान में कुंडा सीओ झंडे न हटने पर विधिक कार्रवाई तक की बात कह चुके हैं।
सोमवार को पुलिस ने राजा भइया के पिता उदय प्रताप सिंह समेत आधा दर्जन लोगों का मूवमेंट प्रतिबंधित कर सोमवार की शाम पांच बजे से मंगलवार (10वीं मुहर्रम) की रात 10 बजे तक हाउस अरेस्ट कर दिया। रात को डीएम, एसपी समेत आलाधिकारियों ने पहुंचकर उदय प्रताप सिंह को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़े रहे और झंडे उतारने से साफ इनकार कर दिया, हालांकि दूसरी ओर ताजियादार झंडा हटाए बिना भी जुलूस निकालने का तैयार हैं। पुलिस ने माहौल को देखते हुए पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दिया है। उदय प्रताप के कई समर्थकों को रेड कार्ड जारी किया जा चुका है।
मुहर्रम शांतिपूर्वक बीत जाए इसके लिये पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये हैं। बाहर से भी फोर्स मंगायी गयी है, जिसमें दो अपर पुलिस अधीक्षक, दो सीओ और सैकड़ों पुलिस के जवान शामिल हैं। कुंडा कोतवाली के शेखपुरा आशिक गांव में निगरानी के लिये इलाके के सात लेखपालों की ड्यूटी भी तीन शिफ्ट में लगायी गयी है।
कुंडा एसडीएम ने कहा है कि हाईकोर्ट के आदेश के कम्प्लायंस में उनके प्रत्यावेदन को निस्तारित कर उन्हें सूचित कर दिया गया है। उन्हें किसी चीज की अनुमति नहीं दी गयी है। अभी तक कोई इशू नहीं है। बात चीत कर दोनों लोगों को समझाया जा रहा था, लेकिन राजा उदय प्रताप ने हस्ताक्षर कर दें, लेकिन उन्होंने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किये। उन्होंने कहा कि कुंडा में मंगलवार को साप्ताहिक बंदी रहती है, बाजार वैसे भी बंद रहते हैं। उन्होंने इस तरह के किसी पोस्टर का संज्ञान होने से इनकार कर दिया।
डीएम मार्कण्डेय शाही ने कहा कि पहले भी उन्हें भंडारे की अनुमति नहीं दी गयी थी, इसबार भी अनुमति नहीं मिली है। उदय प्रताप सिंह का मूवमेंट प्रतिबंधित किया गया है। वो शेखपुरा आशिक में ताजिया जुलूस के रास्ते में मंदिर पर भंडारा करना चाहते हैं, उसी रास्ते से कई गांवों के पांच से छह सौ ताजिया गुजरते हैं। इसको देखते हुए यह कदम उठाए गए हैं।