प्रतापगढ़ के आसपुर देवसरा कोतवाली अन्तर्गत भाट पट्टी गांव की रजिया बानो का निकाह 21 मई 2011 को सुल्तानपुर चांदा के रहने वाले तौसीफ से हुआ। पहले तो तौसीफ ने रजिया पर खूब प्यार लुटाया, लेकिन जल्दी ही उसका असली चेहरा सामने आ गया। रजिया की मानें तो कुछ ही दिनों बाद उसे ससुराल में प्रताड़ित किया जाने लगा। वो दहेज के नाम पर खूब मारते-पीटते। रजिया ने इसे अपनी नियती समझा और सबकुछ बर्दाश्त करने लगी। पर ससुराली और पति इतने पर भी नहीं माने। उन लोगों ने जुल्म की इंतेहां कर दी।
रजिया इन सब जुल्मों को सह रही थी और शायद आगे भी सहती, लेकिन तभी पति-पत्नी के बीच में आयी ‘वो’। वो थी शबनम, जिसपर पति तौसीफ का दिल आ गया। उसने शबनम को अपने जाल में फंसा लिया और उसके साथ नाजयज रिश्ते कायम कर लिये। वह पत्नी रजिया को छोड़कर दूसरी औरत शबनम के साथ अय्याशी करता रहा और आखिरकार उसने वो कदम उठा लिया, जिसके डर से रजिया सारे जुल्मो सितम सहती रही। रजिया का दावा है कि उसके पति तौसीफ ने दो अगस्त 2019 को उसे तलाक, तलाक, तलाक कहकर घर से भगा दिया। इसके बाद छह अगस्त को वह शमनम से निकाह कर उसे घर ले आया।
इस बात की जानकारी जब रजिया के परिवार वालों को हुई तो उसके पिता ने तौसीफ के खिलाफ आसपुर देवसरा कोतवाली मे मुकदमा दर्ज कराने कीकोशिश की। पर वहां मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इसके बाद परिवार ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से की, जिसके बाद मामले को महिला प्रकोष्ठ में भेज दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
By Sunil Somvanshi