मुम्बई में रहने वाले इरशाद (35 वर्ष) पुत्र मु. हुसैन निवासी कंधई थाना क्षेत्र के दिलीपपुर बाजार के पास गोपालपुर गांव का रहने वाला था। मुंबई में टैक्सी चलाकर घर का खर्च चलाता था। इरशाद परिजनों के साथ ईद मनाने के लिये घर आया था। बुधवार की शाम को इफ्तारी का जरूरी सामान खरीदने के लिये इरशाद बुधवार की शाम करीब पांच बजे अपने भतीजे नेहाल (13 वर्ष) के साथ बाइक से दिलीपपुर बाजार जा रहा था। रास्ते में गोपालपुर गांव के पूर्व प्रधान के घर के सामने पहले से बैठे कई इरशाद पर लाठी-डंडा लेकर टूट पड़े। इरशाद उनसे हाथ जोड़ता रहा गुहार लगाता रहा, और बदमाश उसे बेरहमी से पीटते रहे। बदमाशों ने उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। इस बीच भतीजा नेहाल वहां से बचकर भाग निकला और घर जाकर घटना की जानकारी दी।
घटना की जानकारी परिजनों को हुई तो आनन फानन में परिवार वाले इरशाद को जिला अस्पताल लेकर आए। अस्पताल में डॉक्टर ने गंभीर रूप से घायल इरशाद को मृत घोषित कर दिया। इरशाद के परिजनों का आरोप है कि जब वो लोग खून से लथपथ घायल इरशाद को इलाज के लिये अस्पताल लेकर गए तो हमलावर उनके घर पर चढ़ आए। हमलावरों ने इतना दुस्साहस दिखाया कि इरशाद पर जानलेवा हमले के बाद भी वह नहीं माने और उसके घर पर चढ़कर फायरिंग की। पुलिस के पहुंचने के पहले हमलावर फरार हो गए।
आबादी की जमीन का है विवाद
इरशाद के पिता मुहम्मद हुसैन शिक्षक से रिटायर हो चुके हैं। इरशाद का पड़ोसी से आबादी की जमीन को लेकर काफी समय से विवाद चला आ रहा है। बताया गया है कि इसी विवाद के चलते इरशाद की हत्या की गयी है।
By Sunil Somvanshi