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यूपी के प्रतापगढ़ में व्यापारी की मौत के तीसरे दिन भी तनाव, पुलिस फोर्स तैनात 

locationप्रतापगढ़Published: Jul 20, 2017 06:54:00 pm

पुलिस की लापरवाही के चलते और अभद्र टिप्पणी से गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर किया था पथराव, आज सी ओ लालगंज के  आश्वसन पर करेंगे मृत व्यापारी का अंतिम संस्कार…

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प्रतापगढ़. लालगंज दुकान से घर आ रहे पान विक्रेता को सड़क दुर्घटना में बोलेरो-जीप ने मंगलवार की शाम को सामने से सीधी टक्कर में मौत के घाट उतार दिया था। गम्भीर रूप से घायल व्यापारी ने अस्पताल में पहुंचने से पहले ही रास्ते में दम तोड़ दिया। जिसके बाद बवाल हो गया था।



व्यापारी की मौत से गुस्साए आस-पास के ग्रामीणों और क्षेत्रीय व्यापारियों ने लखनऊ-वाराणसी हाईवे के वर्मा नगर चैराहे पर जाम लगा दिया था। इधर जाम को देख 100 नंबर पुलिस के कुछ सिपाहियों द्वारा जबरिया जाम खुलवाए जाने और ग्रामीणों पर अभद्र टिप्पणी से मामले ने आग में घी का काम कर दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया जिसमें एक होमगार्ड व एक सिपाही को मामूली चोटें भी आईं। जबकि पुलिस के दौड़ाने पर कुछ ग्रामीण भी चुटहिल हो गए थे। 


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कोतवाली क्षेत्र के वर्मानगर बाजार में बगल के देवापुर गांव के रामप्रसाद वर्मा का पुत्र अशोक वर्मा(45) बाजार में पान की गुमटी का कारोबारी था। देर शाम वह साइकिल से दाहिनी साइड से दुकान पर आ रहा था। इसी बीच लालगंज की ओर से रायबरेली की ओर जा रही एक तीव्र गति की बोलेरो जीप ने उसे रौंद डाला। बोलेरो जीप की रफ्तार इतनी तेज बताई जाती है कि उसने साइकिल सवार को करीब पांच सौ मीटर घसीटते हुए नेशनल हाईवे पर लगे लोक निर्माण विभाग के एक बोर्ड व लोहे के इंगल को भी तोड़ दिया। 



मृतक व्यापारी की साइकिल भी दुर्घटना में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। गम्भीर रूप से घायल व्यापारी लहूलुहान हो तड़पड़ाने लगा। आनन फानन में स्थानीय लोग संजोग से वहां मौजूद एक एंबुलेंस पर उसे लादकर लालगंज सीएचसी की ओर लेकर भागे। 


किन्तु रास्ते में ही व्यापारी ने दम तोड़ दिया। वहीं दुर्घटना के बाद बोलेरो तेजी से रानीगंज कैथौला की ओर भागने लगी। स्थानीय लोगों से सूचना पाकर पुलिस ने दुर्घटना करने वाली बोलेरो जीप को रानीगंज कैथौला चैकी पर धर दबोचा। पुलिस बोलेरो को चालक समेत कोतवाली मुख्यालय ले आई। 



इधर व्यापारी की मौत से गुस्साए बाजार के लोगों तथा आसपास के गांव से आई भीड़ ने लखनऊ-वाराणसी नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। जाम लगा ही था कि संजोग से 100नंबर पुलिस का वाहन बाजार में ठहर गया। लोगों के मुताबिक जीप पर सवार पुलिस कर्मियों ने भीड़ का कारण पूछा तो लोगों के यह बताने पर कि दुर्घटना में व्यापारी की मौत हो गई है, तब कहा जाता है कि, पुलिस कर्मियों ने ग्रामीणों को गाली देते हुए अभद्र टिप्पणी कर दी।



इससे गुस्साए लोगों का पारा सातवें आसमान पर आ पहुंचा। भीड़ ने पुलिस कर्मियों पर ईंट पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। वहीं पुलिस कर्मी भी वाहन से उतर आए और लाठी डंडा से लैश होकर भीड़ को दौड़ाने लगे। घटना स्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक पुलिस के दौड़ाने पर कुछ निर्दोष लोग भी चुटहिल हो गए।


आक्रोशित भीड़ ने बेलहा से वाया वर्मानगर इनहन भवानी अमावा मार्ग पर भी आवागमन ठप कर दिया। इधर पत्थरबाजी से पुलिस ने बाजार के एक दर्जन लोगों को जबरिया कोतवाली उठा ले गई। नेशनल हाईवे पर जाम लगने से लालगंज से रायबरेली व रायबरेली से प्रतापगढ़ की ओर आने जाने वाले ट्रक तथा रोड़वेज बसें कतारबद्ध खड़ी हो गईं। हालांकि पुलिस ने राजेन्द्र नगर चैराहे से इनमें से कई वाहनों को वाया बेलहा नया का पुरवा होते रायबरेली तथा उसी मार्ग से प्रतापगढ़ की ओर भेजवाया। जाम की सूचना मिलने के करीब आधे घंटे बाद एसडीएम विजय पाल व लालगंज कोतवाल बालेन्द्र कुमार गौतम भारी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंचे। एसडीएम ने मृतक के परिजनों व व्यापारियों तथा ग्रामीणों से वार्ता की।



एसडीएम ने लोगों की मांग पर मृतक व्यापारी के आश्रितों को कृषक दुर्घटना बीमा तथा सामाजिक सहायता से फौरन प्रशासनिक मदद किए जाने का भरोसा दिलाया। वहीं क्षेत्रीय लोगों की मुख्यमंत्री से मृतक व्यापारी के परिजनों को पांच लाख रूपए मुआवजा दिलाए जाने के बावत एसडीएम ने जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को पत्र भेजवाने की भी बात कही।



यही नहीं ग्रामीणों तथा क्षेत्रीय व्यापारियों की मांग पर पुलिस ने कोतवाली में बैठाए गए बेकसूर लोगों को फौरन छोड़ भी दिया। प्रशासनिक सूझबूझ तथा मौके पर मौजूद कुछ वरिष्ठ नागरिकों व अधिवक्ताओं के समझाने बुझाने पर देर शाम करीब दो घंटे बाद नेशनल हाईवे पर जाम समाप्त हो सका। नेशनल हाईवे पर यातायात बहाल होने से स्थानीय तहसील व पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली। इधर मृतक व्यापारी के शव का स्थानीय सीएचसी में पुलिस ने पंचनामा कराकर देर रात पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेजवाया। मृतक व्यापारी के तीन पुत्र व एक पुत्री तथा पत्नी के बेसहारा होने से घर परिवार में कोहराम मच गया। 


पोस्टमार्टम होने के बाद घर पर शव तो आ गया परंतु परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से ही मना कर दिया। परिजनों का कहना है कि, पुलिस एक बड़े राजनेता के इशारे पर कार्य कर रही है, स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि भाजपा के मतदाताओं को ही पुलिस खोज खोज कर नामजद कर रही है। मंगलवार को वर्मा नगर (लालगंज) में दुर्घटना में मृत व्यापारी अशोक का शव आज तीसरे दिन अभी परिजन गांव से अंतिम संस्कार को लेकर रवाना हुये।


सीओ रमाकांत यादव ने पुलिस द्वारा दर्ज कराये गये मुकदमें में ग्रामीणों को निस्पक्ष जांच का भरोसा दिया। वर्मा नगर में आज भी दुकानें बंद रही। सीओ के साथ लालगंज, ऊदयपुर, सांगीपुर, एसओ मौजूद रहे। भारी बवाल को देखते हुए बाजार में अभी भी तैनात है।
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