सियासी सूरमाओं की रही है सीट
जिले की फूलपुर लोकसभा सीट देश की सबसे चर्चित सीट मानी जाती रही है ।जिस पर कभी पंडित जवाहरलाल नेहरू कमला नेहरू से आचार्य कृप्लानी से लेकर काशीराम जैसे दिग्गजों ने चुनावी शह मात का दांव लगाया है।इसी सीट से बाहुबली नेता अतीक अहमद तो कभी बाहुबली पंडित कपिल मुनि करवरिया ने चुनावी जीत दर्ज करके अपना का सिक्का मजबूत किया है। और एक बार फिर दोनों बाहुबली परिवार अपनी सियासी हनक कायम रखने के लिए चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है ।
कही सत्ता का साथ तो कही नाम का डर
आगामी लोकसभा चुनाव में जिले की फूलपुर की लोकसभा सीट पर सियासी मुकाबला बेहद दिलचस्प होने जा रहा है।जिले में चल रही सियासी चर्चाओं के अनुसार फूलपुर लोकसभा सीट पर बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद और बाहुबली नेता उदयभान करवरिया चुनावी ताल ठोकने की तैयारी में है ।दोनों नेताओं का सियासी का रसूख किसी से छुपा नही है । एक तरफ जहाँ करवरिया परिवार के साथ सत्ता की ताकत जुडी है तो वही अतीक अहमद पैसे और अपने टेरर के दम पर कम नही आके जा सकते है ।
बाहुबलीयों को जीत की उम्मीद
फूलपुर लोकसभा सीट पर दोनों बाहुबलीयों को चुनावी सफलता मिल चुकी है।इसलिए दोनों एक बार फिर अपना रसूख कायम रखने के लिए फूलपुर के मैदान में कूदने की तैयारी में है ।हालाकि यह नही कहा जा सकता की किसका पलड़ा कितना भारी होगा ।लेकिन अगर यह सियासी चर्चा सही हुई तो एतिहासिक सीट पर दोनों बाहुबलियों के बीच भीषण मुकबला निश्चित होगा।गौतलब है की बाहुबली अतीक अहमद समाजवादी पार्टी के टिकट से 2004 से फूलपुर की सीट पर जीत कर संसद पहुचें ।तो वही 2009 में बसपा के टिकट से जीत कर इतिहास रच दिया था ।
दोनों नेता है जेल में
गौरतलब है कि बाहुबली अतीक अहमद और उदयभान करवरिया इन दिनों जेल में बंद है ।अतीक अहमद प्रदेश की देवरिया जेल में तो उदयभान करवरिया इलाहाबाद के नैनी जेल में है । अतीक अहमद के खिलाफ जहां हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण जैसे दर्जनों मामले चल रहे हैं ।तो वहीं उदयभान करवरिया पर समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक पंडित जवाहर यादव हत्याकांड के मामले में सजा काट रहे हैं । बता दें पूर्व विधायक उदयभान करवरिया पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया के छोटे भाई है ।