प्रयागराज

बाहुबली अतीक अहमद के करीबी फरहान ने कोर्ट में किया सरेंडर, पेशी से लौटते समय हुआ था फरार

पिछले एक सप्ताह से क्राइम बांच समेत पुलिस की कई टीमें फरहान की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही थी

प्रयागराजApr 14, 2018 / 01:48 pm

Ashish Shukla

पिछले एक सप्ताह से क्राइम बांच समेत पुलिस की कई टीमें फरहान की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही थी

इलाहाबाद. छह अप्रैल को को पेशी से लौटते समय धूमनगंज के बेगम बाजार इलाके से फरारल राजू पाल हत्याकांड समेत कई मामलों में आरोपी फरहान ने शुक्रवार को अदालत में सरेंडर कर दिया। पिछले एक सप्ताह से क्राइम बांच समेत पुलिस की कई टीमें फरहान की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही थी। लेकिन आखिरकार फरहान ने सरेंडर कर एक बार फिर बता दिया कि अभी भी यूपी की पुलिस अपराधियों के ठिनाने तक पहुंचने में नाकाम साबित हो रही है। अदालत में फरहान को जेल भेज दिया।
 

बतादें कि जिले के मरियाडीह का रहने वाला फरहान बाहुबली अतीक अहमद का बेहद करीबी माना जाता है। कहा तो ये भी जाता है कि फरहान अतीक के इशारे पर पिछले कई सालों से बड़े वारदातों को अंजाम दिया करता था। फरहान पर राजू पाल हत्याकांड के गवाहों को धमकाने और अल्कमा-सुरजीत हत्या करने का भी उस पर आरोप है। इस आरोपों की वजह से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था जो कौशांबी जेल में बंद था।
छह अप्रैल को फरहान को राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल के अपहरण मामले में अदालत में पेश किया जाना था। पुलिस फरहान को कौशांबी जिला जेल से कचहरी में पेशी पर ले जाया गया था। फरहान कचहरी से लौटते समय़ पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भाग निकला। इसकी फरारी के बाद सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों एचसीपी भोला सिंह, कांस्टेबल राम सिंह, लवलेश यादव व सुभाष यादव लगे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। पुलिस तो इस बात का अंदेशा था कि फरार फरहान कहीं किसी बड़े वारदात को अंजान देने की फिराक में न हो।
ऐसे में एसएसपी आकाश कुलहरि ने क्राइम ब्रांच के साथ साथ कई थानों की फोर्स को उसे पकड़ने में लगाया था लेकिन फरहान पुलिस की गिरफ्त से लगातार दूर ही रहा। कई दिन तक जब फरहान पुलिस के हत्थे न चढ़ा तो पुलिस टीम को लगा की अपराधी अदात में सरेंडर भी कर सकता है। ऐसे में एक टीम कचहरी में भी तैनात कर दी गई थी। फरहान वकीलों के साथ शुक्रवार को कोर्ट पहुंचा और सरेंडर की अर्जी दे दी। जिसके बाद उसे अदालत में न्यायिक हिरासत में भेज दिया फरहान के वकील ने अदालत को अर्जी देकर बताया कि जेलर ने फरहान को हाथ पांव तोड़ने की धमकी दी थी। वह सहम गया था। इसी कारण उसने भागने की गुस्ताखी की।
बतादें कि नैना सेन्ट्रल जेल से फरवरी महीने में अतीक तस्वीरें वायरल होने के बाद अतीक अहमत के साथ करीबीयों का जेल बदला गया था। इसमें कुछ को मिर्जापुर कुछ को जौनपुर व प्रतापगढ़ भेजा गया था। वहीं फरहान को कौशांबी जेल में रखा गया था। जिसके बाद पेशी से लौटते समय फरहान 6 अप्रैल को फरार हुआ था।
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