जानकारी के मुताबिक धूमनगंज का रहने वाला एजाज कुछ महीने पहले ही नैनी जेल से जौनपुर जेल शिफ्ट किया गया था। सोमवार को चार सिपाही उसे इलाबाद पेशी पर लेकर आए थे। शाम को पेशी से लौट वक्त पुलिस इलाहाबाद- जौनपुर पैसेंजर पकड़ने के लिए एजाज को टेंपो से लेकर फाफामऊ स्टेशन जा रहे थे, रास्ते में एजाज ने यह कहते हुए पुलिस को गुमराह किया कि तेलियरगंज में बहुत भीड़ होगी, दूसरे रास्ते से चला जाय। एजाज के कहे अनुसार टेंपो उधर ही मोड़ दी गई। टैम्पों जैसे ही बद्री आवास योजना के पास पहुंचा, पीछे से आई एक ब्रीजा कार और बाइक सवार छह युवकों ने टेंपो रोक दिया और एजाज को बाहर निकालकर कार में बैठा लिया। इस दौरान सिपाहियों ने उन्हें रोकरना चाहा तो उन लोगों ने असलहे निकाल लिए और पलिस के जवानों के साथ मारपीट शुरू कर दी।
एजाज को फरार होता जान जब पुलिस के एक जवान ने कार के दरवाजे को खोलना चाहा तो बदमाशों फायरिंग शुरू कर दी और एजाज को लेरक फारार हो गए। इसके बाद घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई। घटना के वक्त प्रभारी शिवकुटी घनश्याम निषाद उस पर तेलियरगंज में ही थे और सूचना मिलते ही फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। इधर एजाज के फरार होने की खबर पुलिस महकमे को मिलते ही हड़कंप मच गया। देखे ही देखते घटना स्थल पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई। करीब आधा घंटे बाद पुलिस ने मामले में तेजी दिखाते हुए बद्री आवास योजना के अंदर कार को घेर लिया। एजाज को छुड़ाने आए सभी छह बदमाश पुलिस से घिरने के बाद एजाज और गाड़ी छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने एजाज को गिरफ्तार कर कार और बाइक को अपने कब्जे में ले लिया।
सभी को शिवकुटी थाने लाया गया। एजाज को पेशी पर लाने वाले हेड कांस्टेबिल राधेश्याम तिवारी, राज नारायण, वसीम और सुनील का मेडिकल कराया गया। शिवकुटी प्रभारी ने बताया कि राधेश्याम तिवारी की तहरीर पर एजाज और उसके साथियों शादान, आफान, जैज और कासिम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। पुलिस की माने तो दो और लोग भी थे जिन्हें एजाज पहचान नहीं सका। गौरतलब है कि राजू पाल हत्याकांड का एक और आरोपी फरहान पिछले महीने पेशी से लौटते वक्त धूमनगंज से फरार हो गया था। हालांकि पुलिस ने उसे भी कुछ दिन बाद गिरफ्तार कर लिया था। फरहान इस वक्त कौशांबी जेल में बंद है।
By- प्रसून पांडेय