प्रयागराज

पद्मावत फिल्म से मुम्बई, दिल्ली पीवीआर सहित कई सिनेमाघरों में खौफ, तोड़फोड़ के डर से लिखा यहां नहीं प्रदर्शित होगी पद्मावत

करणी सेना और राजपूत सभा के नाम सिनेमाघर के बाहर आवश्यक सूचना

प्रयागराजJan 23, 2018 / 04:23 pm

arun ranjan

फिल्म पद्मावत का विरोध

इलाहाबाद. फिल्म पद्मावत 25 जनवरी को देश के सभी सिनेमाघरो में रिलीज होगी। फिल्म रिलीज होने से पहले ही मुम्बई से लेकर दिल्ली पीवीआर सहित कई सिनेमाघरों में करणी सेना और राजपूत सभा का खौफ साफ देखने को मिल रहा है। इलाहाबाद के एक सिनेमाघर प्रबंधन ने तो गेट पर ही फिल्म नहीं प्रदर्शित करने संबंधित सूचना जारी कर तोड़फोड़ और बवाल से बचने के लिए निवेदन किया गया है।

पद्मावत फिल्म का विवाद रूकने का नाम नहीं ले रहा है। पद्मावत फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होनी है। बावजूद इसके राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, राजपूत उत्थान सभा के डर से इलाहाबाद में शहर के अंदर तो दूर सिनेमाघर के अंदर या बाहर कहीं भी पद्मावत फिल्म का एक पोस्टर तक नजर नहीं आ रहा है। सिनेमाघर संचालकों में पद्मावत फिल्म प्रदर्शित करने को लेकर काफी खौफ है। जिसका नजारा सिविल लाइंस स्थित पैलेस सिनेमाघर के बाहर साफ देख रहा है।

पैलेस सिनेमाघर के बाहर सिनेमा प्रबंधक की ओर से राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, राजपूत उत्थान सभा के नाम एक सूचना जारी की गई है। जिसमें साफ लिखा गया है ”आवश्यक सूचना, हमारे छविगृह द पैलेस में फिल्म पद्मावत का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना और राजपूत उत्थान सभा आप लोगों से विनम्र निवेदन है कि हमारे छविगृह की दीवार एवं फिल्म पोस्टर पर किसी प्रकार का पोस्टर न लगाकर अपना सहयोग प्रदान करें।

निवेदक मैनजमेंट द पैलेस सिनेमा।“ इस संबंध में पैलेस सिनेमा प्रबंधक ललिस श्रीवास्तव ने बताया कि पद्मावत फिल्म को लेकर पूरे देश में विरोध हो रहा है। ऐसे में इस फिल्म को अपने सिनेमाघर में प्रदर्शित करना खतरे से खाली नहीं। सिनेमाघर सिविल लाइंस में होने के कारण यहां सबसे पहले बवाल और तोड़फोड़ का डर है। इसी को ध्यान मंे रख पैलेस में हम फिल्म रिलीज नहीं कर रहे हैं।

अगर सबकुछ ठीक रहा तो दूसरे सप्ताह में फिल्म रिलीज कर सकते हैं। सिविल लाइंस सुभाष चैराहे स्थित राजकरन पैलेस सिनेमाहाल मंे भी फिल्म प्रदर्शन पर अब तक विचार नहीं बन पाया है। राजकरन के मैनेजर ने बताया जिस तरह से विरोध और तोड़फोड़ का खौफ दिखाया जा रहा है। उसे देखते हुए फिल्म रिलीज नहीं करने की योजना है। वहीं शहर के अन्य सिनेमाघरों मंे भी फिल्म प्रदर्शन को लेकर खौफ दिखाई दे रहा है।

पीवीआर में भी पद्मावत का खौफ

इलाहाबाद में इंदू सरकार फिल्म का विरोध होने के बावजूद पीवीआर में चलायी गई थी। विरोध के डर से पीवीआर के बाहर और अंदर एक पोस्टर तक पद्मावत का नहीं लगा है। वहीं इस बार पद्मावत फिल्म प्रदर्शित करने के नाम पर पीवीआर मैनेजर चुप्पी साधे हुए हैं। इलाहाबाद पीवीआर मैनेजर ने पद्मावत प्रदर्शन से जुड़े किसी भी सवाल पर बोलने से साफ इंकार कर दिया।

इस संबंध में जब पीवीआर से जुड़े एक उच्चाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि पानीपत, कानपुर, दिल्ली, मुम्बई सहित कई अन्य जगहों से भी मेरे पास फोन आ चुके हैं। उनकी माने ने पद्मावत फिल्म का विवादित मुद्दा होने के कारण ही अभी तक पीवीआर में फिल्म प्रदर्शित करने पर विचार नहीं हो पाया है। डर है कि अगर पीवीआर में फिल्म रिलीज हुई तो तोड़फोड़ सहित अन्य बवाल हो सकता है।

पद्मवात के दर्शकों को खुद का बीमा कराने मिल चुकी है चेतावनी

दो दिन पहले पद्मावत फिल्म के खिलाफ इविवि छात्र नेता ने भी संजय लीला भ्ंासाली का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया था। साथ ही पीवीआर सिनेमाघर संचालक को पद्मावत फिल्म के रिलीज करने पर बावल के लिए तैयार रहने कहा था। विरोध प्रदर्शन के दौरान पद्मावत फिल्म के दर्शकों को भी बीमा करवा कर सिनेमाहाल में घुसने कहा गया था।

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