प्रयागराज

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष कौन? जूना अखाड़ा के समर्थन में किन्नर अखाड़ा, महामंडलेश्वर टीना मां से खास बातचीत

किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर टीना मां ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि अब ब्रह्मलीन हो गए हैं। अब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के सभी अखाड़ों को बिना किसी विवाद किए हुए, 13 अखाड़ों को एक सहमति बनाकर अध्यक्ष का चुनाव कराना होगा। किसी भी विवाद की वजह से अगर वैरागी सम्प्रदाय तीनों अखाड़े अलग हैं तो उन्हें मनाकर होने वाली बैठक में शामिल करना चाहिए

प्रयागराजOct 10, 2021 / 05:51 pm

Hariom Dwivedi

प्रयागराज (सुमित यादव). अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को ब्रह्मलीन होने के बाद अखाड़ा परिषद अध्यक्ष का पद खाली है। अध्यक्ष पद के लिए तीनों सम्प्रदाय के अखाड़ों ने दावेदारी पेश की है। शैव, उदासीन और वैरागी सम्प्रदाय के सभी 13 अखाड़ों ने अध्यक्ष पद के लिए मांग करते हुए दावेदारी पेश की है। वहीं, किन्नर अखाड़े ने अध्यक्ष पद के लिए जूना अखाड़े का समर्थन किया है। इस संबंध में किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर टीना मां ने ‘पत्रिका टीम’ से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि किन्नर अखाड़ा यह मांग करता है कि जूना अखाड़ा को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष पद मिले, जूना अखाड़े के साथ किन्नर अखाड़ा है।
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर टीना मां ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि अब ब्रह्मलीन हो गए हैं। अब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के सभी अखाड़ों को बिना किसी विवाद किए हुए, 13 अखाड़ों को एक सहमति बनाकर अध्यक्ष का चुनाव कराना होगा। किसी भी विवाद की वजह से अगर वैरागी सम्प्रदाय तीनों अखाड़े अलग हैं तो उन्हें मनाकर होने वाली बैठक में शामिल करना चाहिए। शैव सम्प्रदाय से ही अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष बने यह किन्नर अखाड़े की मंशा है।
जूना अखाड़े का भाग है किन्नर अखाड़ा
2015 में हरिद्वार मेले में किन्नर अखाड़ा का गठन हुआ था। इसके बाद प्रयागराज में 2019 के कुम्भ में किन्नर अखाड़ा का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने जमकर विरोध किया था, इसके बाद कुंभ में ही जूना अखाड़ा के महंत हरिगिरि ने किन्नर अखाड़ा को जूना अखाड़ा में शामिल किया था। जूना अखाड़ा का अंग होने की वजह से अब किन्नर अखाड़ा भी अध्यक्ष पद पर जूना अखाड़ा के महंत देखना चाह रही है।
2019 कुंभ में आया था चर्चा में किन्नर अखाड़ा
भाजपा सरकार में भव्य कुम्भ और दिव्य कुम्भ के आयोजन में किन्नर अखाड़ा का विरोध अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने जमकर विरोध जताया था। काफी विवादों के बाद किन्नर अखाड़ा को कुंभ में जगह मिला था। इसके बाद से ही किन्नर अखाड़ा चर्चा में आया था। बाद में अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महासचिव हिरी गिरि ने किन्नर अखाड़ा को जूना के साथ जोड़ा था। अब किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़ा का ही भाग है।
https://youtu.be/IctmADurA2E
किन्नर महन्तों को मिले परिषद में पद
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर टीना मां ने मांग करते हुए कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पद में जिस तरह से अन्य अखाड़े के प्रतिनिधि होते हैं उसी तरह से किन्नर अखाड़ा के महन्तों का पद हो इसकी मांग करती हूं। जूना अखाड़ा के भाग होने के नाते जूना महन्तों की तरह किन्नर महन्तों का पद होना चाहिए।
25 अक्टूबर के बैठक में शामिल होगा किन्नर अखाड़ा
महामंडलेश्वर टीना मां ने कहा कि 25 अक्टूबर की होने वाले बैठक में महामंत्री द्वारा बुलावा आएगा तो निश्चित रूप किन्नर अखाड़ा बैठक में शामिल होगा। अध्यक्ष पद के चुनाव और दावेदारी में जूना अखाड़ा के समर्थन में रहेगा। जूना अखाड़ा ने किन्नरों के सम्मान के लिए आगे आया था और अब अध्यक्ष पद के लिए किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़ा के समर्थन में साथ खड़ा है।
यह भी पढ़ें

महंत नरेंद्र गिरि के षोडसी भंडारे में 10 हजार से अधिक लोग हुए शामिल, बाघम्बरी गद्दी का कार्यभार संभालेंगे बलबीर गिरि

Home / Prayagraj / अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष कौन? जूना अखाड़ा के समर्थन में किन्नर अखाड़ा, महामंडलेश्वर टीना मां से खास बातचीत

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.