प्रयागराज

सपा -बसपा गठबंधन पर बरसे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष, मायावती के बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण

मुलायम कुनबे के बेहद करीबी माने जाते है अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी

प्रयागराजApr 11, 2019 / 08:50 am

प्रसून पांडे

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प्रयागराज ।लोकसभा चुनाव में पहले चरण के आखिरी चुनाव प्रचार के साथ ही राजनीतिक दलों की बयान बाजी सुर्खियों में आने लगी है। बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा सहारनपुर के देवबंद में महागठबंधन की रैली में मुसलमानों से सपा-बसपा गठबंधन के पक्ष में वोट करने की अपील को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आलोचना की है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि धर्म और जाति के आधार पर मतों का विभाजन करना कतई उचित नहीं है।
उन्होंने कहा है कि राजनीतिक दलों को विकास करना चाहिए और विकास के मुद्दे पर ही जनता से उन्हें वोट भी मांगना चाहिए। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि लोकतंत्र में हर नागरिक को वोट डालने का अधिकार मिला हुआ है और हर व्यक्ति अपने मताधिकार को लेकर पूरी तरह से स्वतंत्र है। मतदान हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार भी है। हांलाकि मायावती के धर्म के आधार पर वोट मांगे जाने के मामले में कार्रवाई के सवाल पर महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि ये भारत निर्वाचन आयोग के अधिकार क्षेत्र का मामला है। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद साधु संतों का संगठन है और लोकसभा चुनाव में अखाड़ा परिषद किसी दल विशेष को कोई समर्थन नहीं करता है।
हांलाकि उन्होंने देश की जनता से लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान करने की अपील जरुर की है। उन्होंने कहा है कि यह चुनाव राष्ट्र की अस्मिता और सेनाओं के शौर्य और पराक्रम को लेकर लड़ा जा रहा है। देश की सेना के शौर्य और पराक्रम का साधु संत भी सम्मान करते हैं। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि सभी राजनैतिक दल चुनावी घोषणा पत्र जारी कर रहे हैं। लेकिन राजनैतिक दलों का यह नैतिक कर्तव्य भी है कि अगर उनकी सरकार बने तो वे घोषणा पत्र को लागू भी करें। क्योंकि घोषणा पत्र के आधार पर ही लोग मतदान करने का निर्णय लेते हैं।
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