तैयारी का काम पिछड़ा इस वर्ष संगम में लगातार जलस्तर बने रहने से तैयारी देर शुरू हो पाएगी। पिछले वर्ष की तुलना करें तो अब तक पांटून पुल कार्य समाप्त हो गया था। लेकिन इस वर्ष गंगा-यमुना में जलस्तर बने रहने की वजह से तैयारी में देरी हुई है। दिसम्बर माह तक मेला को अंतिम रूप देने के लिए मेला प्रशासन खाका तैयार कर लिया है। इस वर्ष माघ मेले में 10 पांटून पुलों का निर्माण होगा। यात्रियों और कल्पवासियों को असुविधा न हो इसका भी ध्यान मेला प्रशासन देगा।
सुरक्षा व्यवस्था के होने कड़े इंतजाम माघ मेले में श्रद्धालुओं का जनसैलाब होने की वजह से पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम करेगा। मेला क्षेत्र में किसी भी तरह घटना ने हो इसके लिए हर चौक पर सीसीटीवी सिस्टम लगाएं जाएंगे। साथ ही साथ घाटों को सुधारने का काम शुरू हो गया है।
माघ मेले में बनेंगे लॉक रूम इस वर्ष माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को लॉक रूम की सुविधा मिलेगी। शासन और प्रशासन की अनुमति मिलते ही लॉक रूम बनाने की तैयारी शुरू हो जाएगी। लॉक रूम बनाने की योजना बनाई गई है। संगम में दलदली मिट्टी की वजह से टेंडर देर से हुए हैं जिसकी वजह तैयारी का कार्य देर से शुरू हुआ है।