प्रयागराज

जब्त की जाएंगी बाहुबली अतीक की सम्पत्तियां, जांच और कार्रवाई के लिये टीम गठित

पुलिस कन नजर उनकी अवैध रूप से अर्जित की गई सम्पत्तियों पर है।

प्रयागराजAug 19, 2020 / 07:03 pm

रफतउद्दीन फरीद

अतीक अहमद

प्रयागराज. यूपी पुलिस बाहुबली मुख्तार अंसारी की तर्ज पर अब गुजरात की जेल में बंद इलाहाबाद के पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के आथिर्क साम्राज्य को ध्वस्त करने का मन बना चुकी है। अतीक अहमद गैंग के सदस्यों और उनके करीबियों के असलहों के लाइसेंस निरस्त कराकर उन्हें कब्जे में लिया जा रहा है तो अवैध रूप से कमाई गई सम्पत्ति भी जब्त करने की कार्यवाही चल रही है। मुख्तार के बाद इस क्रम में अतीक का नाम है। बताया जा रहा है कि अतीक की सम्पत्तियां चिन्हित कर ली गई हैं और एक टीम गठित कर उसकी जांच के बाद जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

 

यूपी पुलिस ने प्रदेश के टाॅप अपराधियों की लिस्ट बनाकर उनके खिलाफ ऑपरेशन क्लीन शुरू किया है। एक-एक कर माफिया और गिरोह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है। अब बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की बारी है। पुलिस ने उनके गिरोह से जुड़े और कुछ करीबियों को गिरफ्तार भी कर लिया है, जिनमें अतीक का भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम अशरफ भी शामिल है। इसके अलाव गैंग और करीबियों के असलहों पर भी पुलिस की पैनी नजर है।

अब पुलिस गैंग के आथिर्क साम्राज्य को ध्वस्त करने के मंसूबे पर काम कर रही है। पुलिस को अतीक की कुछ सम्पत्तियों के बारे में पता चला है। पुलिस चिन्हित अवैध सम्पत्तियों को गैंगस्टर एक्ट लगाकर सीज करने में जुटी है। इस मामले में पुलिस को सबसे बड़ी दिक्कत ये पेश आ रही थी कि बेनामी सम्पत्तियों के बारे में जानकारी मिली, लेकिन जांच में वो किसी और के नाम पर निकलीं। गाड़ी, बंगला, फर्म और जमीनें जैसी सम्पत्तियां किसके नाम से खरीदी गईं और किसने उन्हें बेचा। इसकी जानकारी जुटाने के लिये पुलिस को पत्राचार के साथ ही विभागों को कई बार रिमाइंडर भेजना पड़ा। यही वजह रही कि तत्काल और ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही थी।

 

आईजी के सुझाव पर डीएम ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिये संयुक्त टीम गठित किया है। इस टीम में एसडीएम सदर, सीओ सिविल लाइंस, पीडीए के अधिकारी, नगर निगम के अपर नगर आयुक्त प्रथम और एआरटीेओ प्रशासन को शामिल किया गया है। पांच अधिकारियों की यह टीम अपराधियों की सम्पत्तियों की जांच करेगी, जिसके बाद गैंग्स्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।

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