प्रयागराज

सपा ने विनोद चन्द्र दुबे को बनाया इलाहाबाद मेयर प्रत्याशी, इविवि में रह चुके हैं पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष

सपा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष को दिया इलाहाबाद मेयर का टिकट, छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र के रहे हैं बेहद करीबी।

प्रयागराजNov 02, 2017 / 10:19 pm

रफतउद्दीन फरीद

विनोद चन्द दुबे

इलाहाबाद. नगर निकाय चुनाव की सरगर्मियां के बीच समाजवादी पार्टी ने अपने पत्ते खोलते हुए इलाहाबाद का मेयर प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के राष्ट्रीय गठबंधन को देखते हुए माना जा रहा था, कि कोई इलाहाबाद में कोई संयुक्त प्रत्याशी ही मेयर होगा। पर इन सब इन कयासों के बीच सपा ने सबको चौंका दिया। पार्टी के प्रदेश कार्यालय से देर शाम चार नगर निगमों के लिये प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की गयी। इलाहाबाद में मेयर प्रत्याशी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष विनोद चन्द्र दुबे को बनाया गया है। दुबे इसके पहले भी सपा के मेयर प्रत्याशी रह चुके हैं।
 

प्रत्याशी घोषित करने के बाद विनोद चन्द दुबे के साथ पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह व अन्य IMAGE CREDIT:
छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र के करीबी रहे हैं विनोद चन्द्र दुबे
विनोद चंद्र दुबे 1967 समाजवादी विचारधारा से प्रभावित होकर छात्र राजनीति में आए और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अध्यक्ष बने। उनका नाम विश्वविद्यालय के उन छात्रसंघ अध्यक्षों में गिना जाता है, जिनके कार्यकाल को आज भी छात्र राजनीति में याद किया जाता है। विनोद चंद दुबे का कद स्थानीय राजनीति में बहुत बड़ा है। समाजवादी आंदोलन में लोहिया से प्रभावित होकर वह आंदोलन और समाजवाद के लिए आवाज बुलंद करते रहे हैं। वह छोटे लोहिया कहे जाने वाले दिग्गज सपा नेता जनेश्वर मिश्रा के बेहद करीबी और उनके खेमे के मजबूत व प्रबल दावेदार हमेशा से रहे हैं। जनेश्वर मिश्र के आजीवन सानिध्य में रहे।
 

Vinod Chand Dubey
समाजवादी पार्टी जिला इकाई की बैठक में मौजूद विनोद चन्द दुबे IMAGE CREDIT:
2007 में भी बनाया गया था सपा का मेयर प्रत्याशी
नगर निकाय 2007 के चुनाव में बिनोद चंद दुबे को समाजवादी पार्टी से महापौर का प्रत्याशी बनाया गया था।उस चुनाव में 6 हजार वोटों से बिनोद चंद दुबे को हार का सामना करना पड़ा था। 2007 नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस के चौधरी जितेन्द्र नाथ चौधरी विजय हुए थे।उसके बाद 2012 में समाजवादी पार्टी निकाय चुनाव में सीधे तौर पर तो नहीं आयी। लेकिन समर्थित प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा जिसमें इलाहाबाद से महिला सीट होने के नाते बिनोद चंद दुबे की पत्नी अंजू दुबे चुनावी मैदान में थी। जिसमे बसपा समर्थित अभिलाषा गुप्ता नंदी ने जीत दर्ज की थी।बिनोद चंद दुबे 10 सालों तक लगातार जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे हैं। साथ ही बीते दो दशक से टैक्सी टेंपो यूनियन के अध्यक्ष हैं।
 

Vinod Chand Dubey
बैठक में मौजूद विनोद चन्द दुबे IMAGE CREDIT:
हमेशा समाजवाद का बुलंद किया झण्डा
विनोद चंद दुबे सिविल लाइंस व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारी हैं। इसके अलावा शहर के सबसे पॉस इलाके सिविल लाइंस रामलीला कमेटी के अध्यक्ष और आयोजक बीते कई सालों से है। विनोद चंद दुबे की जितनी छवि समाजवादी नेता और एक अधिवक्ता की तरह है। उससे कहीं ज्यादा समाजसेवी के रूप में उन्हें शहर के लोग जानते हैं। विनोद चंद दुबे सरल स्वभाव के लिये जाने जाते है। राजनीतिक जीवन में विनोद चंद्र दुबे ने कभी भी समाजवादी पार्टी को नहीं छोड़ा जब से राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन में है तब से समाजवादी झंडा बुलंद कर रहे हैं।
by PRASOON PANDEY
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