प्रयागराज

सीएम योगी आदित्यनाथ का सपना अधूरा, बाहुबली अतीक अहमद के कब्जे से मुक्त जमीन पर नहीं बना गरीबों का आशियाना

यह योजना इस वर्ष के अंत तक ही पूरी की जानी है लेकिन पिछले डेढ़ महीने से ही यहां काम ठप है। बताया जा रहा है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने कार्यदायी संस्था को भुगतान नहीं किया है। जिसके कारण काम ठप पड़ा है। वहीं दूसरी ओर प्रयागराज प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि बाजार में निर्माण सामग्री के मूल्यों में वृद्धि होने की वजह से कार्य रुका है।

प्रयागराजJun 23, 2022 / 04:21 pm

Sumit Yadav

सीएम योगी आदित्यनाथ का सपना अधूरा, बाहुबली अतीक अहमद के कब्जे से मुक्त जमीन पर नहीं बना गरीबों का आशियाना

प्रयागराज: यूपी विधानसभा चुनाव से पहले प्रयागराज विधानसभा शहर पश्चिमी क्षेत्र स्थित लूकरगंज में माफिया अतीक अहमद के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर अब तक गरीबों के लिए आशियाना नहीं बन सका है। इस जमीन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने नींव रखी थी लेकिन चुनाव समाप्त होने के बाद योजना ठप हो गई है। यह योजना इस वर्ष के अंत तक ही पूरी की जानी है लेकिन पिछले डेढ़ महीने से ही यहां काम ठप है। बताया जा रहा है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने कार्यदायी संस्था को भुगतान नहीं किया है। जिसके कारण काम ठप पड़ा है। वहीं दूसरी ओर प्रयागराज प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि बाजार में निर्माण सामग्री के मूल्यों में वृद्धि होने की वजह से कार्य रुका है।
चुनावी वादा अब तक नहीं हुआ पूरा

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की अधिसूचना जारी होने से ठीक पहले ही भाजपा सरकार ने माफिया अतीक अहमद के कब्जे इस जमीन को मुक्त कराकर चुनावी दांव खेला था। क्षेत्र में जनसभा आयोजित करके सीएम योगी ने यह वादा किया था कि बाहुबली के कब्जे से मुक्त इस जमीन पर गरीबों के लिए मकान बनेगा। इस जमीन पर सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां भूमि पूजन पहली ईंट रखी। इसके बाद से मकान से वंचित लोगों को आशियाना पाने की उम्मीद जगी थी। लेकिन गरीबों का सपना अब अधूरा नजर आने लगा है।
बनने थे 76 फ्लैट, काम अधूरा

प्रयागराज प्राधिकरण ने 2022 में लखनऊ की एक निजी कंपनी को आवास तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 1731 स्क्वायर मीटर इस जमीन पर 76 फ्लैट प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत तैयार होने हैं। इमारत को तैयार करने का काम हर हाल में वर्ष के अंत तक यानी 2022 तक पूरा करना था। लेकिन काम की शुरुआत के चार महीने बाद योजना अटक गई।
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इस वर्ग के लोगों को मिलेगा लाभ

इस योजना के तहत तीन लाख रुपये वार्षिक आय पाने वालों को ही पात्र बनाया गया है। शहरी आवासीय योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांगजन, विधवा व एकल महिला, उभयलिंगी एवं वरिष्ठ नागरिकों को वरीयता दी गई है। लेकिन अब काम पूरा न होने से लाभार्थियों का सपना अधूरा सा लग रहा है। मुख्य अभियंता प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस संस्था को ठीका दिया उन संस्था का भुगतान किया जा रहा है। इसके साथ मार्केट में स्टील व सीमेंट के दाम बढ़ गए थे, जिसकी वजह से कार्य की प्रगति धीमी है।
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