जयपुरPublished: Dec 02, 2017 11:04:14 am
पवन राणा
लिव वैल : गर्भावस्था में स्क्रीनिंग के दौरान विकृति की पहचान कर उठा सकते हैं बचाव के कदम।
भारत में डिसेबल लोगों की संख्या करीब 2 करोड़ से अधिक है। २011 की जनगणना के अनुसार देश में 2.21 फीसदी लोग दिव्यांग हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार विश्व में 15.3 प्रतिशत आबादी इस समस्या से जूझ रही है। इनमें सबसे अधिक चलने-फिरने में समस्या वाले लोग हैं। भारत में करीब 20 फीसदी को मूवमेंट जबकि 19 फीसदी को सुनने में समस्या है। भारत में 29 फीसदी दिव्यांगजन को दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। विशेषज्ञों की मानें तो सावधानी बरतकर इससे बचाव संभव है। हर वर्ष 3 दिसंबर को इंटरनेशनल डे ऑफ़ पर्सन्स विद डिसेबिलिटी मनाते हैं। पत्रिका टीवी के ‘हैलो डॉक्टर’ शो में इसी विषय पर विशेषज्ञों से हुई बातचीत के प्रमुख अंश...