हिड़मा के गांव में जवानों ने लहराया तिरंगा
बस्तर में दहशत का पर्याय बना नक्सली कमाडर हिडमा का गांव में दो कमरों का कच्चा मकान हैँ हालांकि वह वहां रहता नहीं हैँ कभी कभी गांव लौटता हैँ।
माड़वी हिड़मा को जानने वाले और उनसे मिलने वाले लोग अक्सर इस बात से हैरान हो जाते हैं कि 'अकेले हिड़मा एकसाथ कई रणनीतियाँ कैसे बना सकता है?'
हिड़मा के इलाकों को टारगेट कर रहे जवान
बस्तर में दहशत का पर्याय बना नक्सली कमाडर हिडमा का गांव में दो कमरों का कच्चा मकान हैँ हालांकि वह वहां रहता नहीं हैँ कभी कभी गांव लौटता हैँ।