यूं कि ठगी
आईडीबीआई बैंक की गोधनी शाखा के सहायक महाप्रबंधक प्रदीपकुमार लघाटे की शिकायत पर मानकापुर थाने में मामला दर्ज किया गया। जानकारी के अनुसार आरोपियों ने जुलाई 2013 में दूसरों की खेत जमीन के फर्जी दस्तावेज अपने नाम पर बनाए। खुद को किसान बताकर खेत जमीन का सातबारा, नमूना 8—अ, संबंधित खेत के नक्शे, हैसियत प्रमाणपत्र पर अपना नाम दिखाया और बैंक से कृषि कर्ज मांगा। 16 लोगों ने अलग-अलग जमीनों के दस्तावेज जमा कर बैंक से 1.73 करोड़ रुपये का कर्ज ले लिया। कर्ज रकम की अदायगी नहीं होने के कारण बैंक ने संबंधित लोगों द्वारा गिरवी रखी गई जमीन जब्त करने का निर्णय लिया। कागजी कार्रवाई के दौरान पता चला कि जिन जमीनों पर कर्ज दिया गया था वो आरोपियों की थी ही नहीं।
मास्टर माइंड का नाम आया सामने,जांच जारी
मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की गई। उन्होंने ईओडब्लू को जांच के आदेश दिए। एपीआई विशाल काले ने मामले की जांच की। सभी दस्तावेजों का ब्यौरा जमा करके मानकापुर थाने में मामला दर्ज करवाया। इस ठगी का मास्टर माइंड प्रशांत बोरकर बताया जा रहा है। जानकारी मिली है कि इसके पहले भी वह फ्राड कर चुका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।