इन जिलों में फाइलेरिया का कहर
फाइलेरिया (हाथीपांव रोग) से अब महाराष्ट्र भी अछूता नहीं है। राज्य के 17 जिलों में इस बीमारी ने पैर पसार लिए हैं । अकोला, गढ़चिरौली, गोंदिया, जलगांव, लातूर, अमरावती, भंडारा, चंद्रपुर, नागपुर, नांदेड़, नंदुरबार, उस्मानाबाद, सिंधुदुर्ग, सोलापुर, यवतमाल, वर्धा, ठाणे जैसे जिलों में इस बीमारी के मामले सामने आए हैं ।
कम ही लोगों को पता कैसे फैलती है यह बिमारी
फाइलेरिया पर नियंत्रण के लिए ठाणे-पालघर और गढ़चिरौली जिलों में 31 अगस्त तक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन प्रोग्राम किया जा रहा है । लिम्फेटिक फाइलेरिया महाराष्ट्र समेत 21 राज्यों और केंद्र शासित राज्यों में गम्भीर समस्या है । महाराष्ट्र के ठाणे-पालघर और गढ़चिरौली जिलों में लिम्फेटिक फाइलेरिया महामारी की तरह फैली हुई है । यह बीमारी मच्छरों से फैलती है । मलेरिया और फाइलेरिया के जॉइंट डायरेक्टर डॉ. शशिकांत जाधव ने बताया कि जागरूकता की कमी की वजह से लोग दवाइयां नही लेते । इससे एमडीए स्तर पर दवाई देने के बावजूद पूरी कम्युनिटी को रिस्क बना रहता है ।