script

महाराष्ट्र में तेजी से पैर पसार रहा फाइलेरिया,नियंत्रण के लिए चलाया जाएगा जागरूकता अभियान

locationपुणेPublished: Aug 28, 2018 04:31:38 pm

अभी भी देश में कई ऐसे रोग है जो लेगों को अपना शिकार बना रहे है…

हाथीपांव रोग

हाथीपांव रोग

(मुंबई): देश ने आजादी के बाद से लेकर अब तक अनेकों रोगों से मुक्ति पाई है। इनमे पोलियो,चेचक समेत अन्य कई बिमारियां शामिल है। यह सब संभव हो पाया सरकार और जनता के संयुक्त प्रयास से। सरकार इन गंभीर बिमारियों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने का काम किया और लोगों ने उन दिशा निर्देशों का पालन किया जिनसे इन पर काबू पाया जा सके। पर अभी भी देश में कई ऐसे रोग है जो लेगों को अपना शिकार बना रहे है। ऐसा ही एक रोग महाराष्ट्र में पैर पसार रहा है। फाइलेरिया (हाथीपांव रोग) नामक इस रोग ने राज्य के लगभग 17 जिलों में अपनी पकड बना ली है। चिकित्सकों का कहना है कि जागरूकता कि कमी से यह रोग इतनी तेजी से फैल रहा है। अब इस पर नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा ।


इन जिलों में फाइलेरिया का कहर

फाइलेरिया (हाथीपांव रोग) से अब महाराष्ट्र भी अछूता नहीं है। राज्य के 17 जिलों में इस बीमारी ने पैर पसार लिए हैं । अकोला, गढ़चिरौली, गोंदिया, जलगांव, लातूर, अमरावती, भंडारा, चंद्रपुर, नागपुर, नांदेड़, नंदुरबार, उस्मानाबाद, सिंधुदुर्ग, सोलापुर, यवतमाल, वर्धा, ठाणे जैसे जिलों में इस बीमारी के मामले सामने आए हैं ।


कम ही लोगों को पता कैसे फैलती है यह बिमारी


फाइलेरिया पर नियंत्रण के लिए ठाणे-पालघर और गढ़चिरौली जिलों में 31 अगस्त तक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन प्रोग्राम किया जा रहा है । लिम्फेटिक फाइलेरिया महाराष्ट्र समेत 21 राज्यों और केंद्र शासित राज्यों में गम्भीर समस्या है । महाराष्ट्र के ठाणे-पालघर और गढ़चिरौली जिलों में लिम्फेटिक फाइलेरिया महामारी की तरह फैली हुई है । यह बीमारी मच्छरों से फैलती है । मलेरिया और फाइलेरिया के जॉइंट डायरेक्टर डॉ. शशिकांत जाधव ने बताया कि जागरूकता की कमी की वजह से लोग दवाइयां नही लेते । इससे एमडीए स्तर पर दवाई देने के बावजूद पूरी कम्युनिटी को रिस्क बना रहता है ।

ट्रेंडिंग वीडियो