प्राप्त जानकरी के अनुसार भाजपा के ये तीन विधायक कई बार अपने बयान के चलते विवादों में घिर चुके है । इन पर विपक्ष व महिला संगठनो ने कार्रवाई की मांग भी की जा चुकी है।
उल्लेखनीय है कि रामकदम ने कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर घाटकोपर में आयोजित दही हांड़ी के कार्यक्रम में लड़की भगाने वाले युवाओं को प्रोत्साहन देने का ऐलान किया था। कदम ने कहा था कि यदि कोई लड़का लड़की को प्यार करता है और उसके मां बाप भी उस लड़की को पसंद करते है तो उस लड़की को भगाने के लिए वे सहयोग करेंगे । उनके इस बयान पर भाजपा की जमकर किरकिरी हुई थी। यहां तक की महिला आयोग ने कदम को नोटिस भी दिया था ।
दूसरे प्रवक्ता मधु चव्हाण पर दो दो बलात्कार के आरोप है। पार्टी ने मधु चव्हाण को म्हाडा का अध्यक्ष तो नियुक्त कर दिया लेकिन उनके बडबोलेपन और हरकतों से तंग आकर उन पर भी पाबन्दी लगा दी है। तीसरे प्रवक्ता अवधूत वाघ पर भी करवाई हुई है। वाघ ने प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को भगवान विष्णु का ११वा अवतार बताया था। उनके इस बयान पर राजनीति में हलचल मच गई थी। भाजपा का जम कर मजाक उड़ाया गया था। जनता के बीच प्रधानमंत्री और भाजपा की छवि को नुक्सान पंहुचा। जिसे देखते हुए प्रदेश भाजपा आलाकमान ने इन प्रवक्ताओं पर रोक लगाई है।