आरोप है कि शादी के बाद इरफान नदाफ के परिवार वाले पीड़िता को मानसिक तौर पर टॉर्चर करने लगे और साथ ही पीड़िता को हिंदू से मुस्लिम धर्मान्तरण भी करवाया। इसके बाद इरफान नदाफ और उसके परिवार वालों ने मिलकर पीड़ित का 6 बार गर्भपात करवाया। आगे चलकर 2016 में सहायक पुलिस निरीक्षक इरफान नदाफ ने अपनी 29 वर्षीय पत्नी के खिलाफ कोर्ट में तलाक का केस दर्ज कराया, लेकिन कोर्ट ने केस को खारिज कर दिया। इसके बावजूद समय-समय पर नदाफ पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बनाता रहा। पीड़िता का आरोप है कि नदाफ अब तक तीन से ज्यादा महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बना चुका है।
जानकारी के मुताबिक सहायक पुलिस निरीक्षक इरफान नदाफ ने 2018 में कर्नाटक की रहने वाली एक महिला से दूसरी शादी रचा ली । दो बच्चों के साथ अपना जीवन गुजार रही पीड़िता अपनी बेटी को लेकर शादी में पहुची, तो इरफान नदाफ के होश उड़ गए । फिर अपनी इज्जत बचाने के लिए भरे समाज मे उसने बोल दिया कि वह उसकी बेटी नहीं है ।