विधानसभा में कार्यवाही शुरू होते ही नेता विपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल ने नांदेड़ के किसान महादेव कदम की मंत्रालय के समक्ष जहर पीकर आत्महत्या का मुद्दा उठाया।
मुंबई। पिछले दिनों मंत्रालय के सामने किसान की आत्महत्या, रायगढ़ जिले में तालाब के शुद्धिकरण और फग्र्युसन कॉलेज में देशद्रोह के मुद्ेद पर विधानमंडल के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष इन मामलों में मुख्यमंत्री की सफाई चाहता था। जबकि सरकार का कहना था कि इन मामलों में उचित कदम उठाए गए हैं। विपक्ष और सत्ता पक्ष की खींचतान के बीच हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही 4 बार स्थगित करनी पड़ी। आखिरकार हंगामा थमता न देख अध्यक्ष ने कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। विधानसभा में कार्यवाही शुरू होते ही नेता विपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल ने नांदेड़ के किसान महादेव कदम की मंत्रालय के समक्ष जहर पीकर आत्महत्या का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि किसानों का भरोसा सरकार से उठ गया है।
मृतक किसान को मिली मदद
नासिक जिले के खिडऱ्ी गांव में कर्ज में डूबे एक किसान ने कथित तौर पर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। नंदगांव पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि दत्तु चौधरी (48) ने रविवार को आत्महत्या कर ली, क्योंकि वह अपने एक लाख रुपये के कर्ज को चुकाने में असमर्थ था।
लगातार तीसरे साल सूखा के कारण भी उसकी स्थित खराब हो गई थी। जयंत पाटिल ने भी इस मुद्दे पर सरकार पर जमकर निशाना साधा। जवाबी हमला करते हुए कृषि मंत्री एकनाथ खड़से ने कहा कि विपक्ष किसानों की मौत पर राजनीति कर रहा है। मृतक किसान को सरकार की तरफ से हरसंभव मदद मुहैया कराई गई थी।