scriptभारत में जून के बाद मंदी आने की संभावना, जी-20 बैठक में बोले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे | Union Minister Narayan Rane says possibility of recession in India after June in G-20 Infrastructure Working Group meeting | Patrika News

भारत में जून के बाद मंदी आने की संभावना, जी-20 बैठक में बोले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे

locationपुणेPublished: Jan 16, 2023 12:19:26 pm

Submitted by:

Dinesh Dubey

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा, “यह सच है कि वर्तमान में विभिन्न विकसित देश मंदी का सामना कर रहे हैं। देश में जून के बाद मंदी आने की आशंका जताई जा रही है।

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केंद्रीय मंत्री नारायण राणे

भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत जी-20 के आईडब्ल्यूजी (Infrastructure Working Group) की पहली बैठक आज से पुणे में शुरू हुई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था पर मंडरा रही संभावित मंदी के खतरे का जिक्र किया।
जी-20 बैठक में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्री नारायण राणे ने कहा, “यह सच है कि वर्तमान में विभिन्न विकसित देश मंदी का सामना कर रहे हैं। देश में जून के बाद मंदी आने की आशंका जताई जा रही है। केंद्र और प्रधानमंत्री मोदी कोशिश कर रहे हैं कि देश के नागरिकों पर मंदी का असर न पड़े।“
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जी-20 के इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक में भारत की अगुवाई में इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंडा 2023 पर विचार-विमर्श किया जायेगा. जिसमें आईडब्ल्यूजी सदस्य देश तथा भारत द्वारा आमंत्रित अतिथि देश व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 65 प्रतिनिधि भाग ले रहे है। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय का आर्थिक कार्य विभाग ऑस्ट्रेलिया और ब्राजील की सह-अध्यक्षता में इस दो दिवसीय आईडब्ल्यूजी बैठक की मेजबानी कर रहा है।
इस बैठक में इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह, इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जायेगा। पिछले कई वर्षों से यह इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह अन्य बातों के अलावा परिसंपत्ति की एक श्रेणी के रूप में भवन निर्माण से जुड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर, गुणवत्तापूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश संकेतकों (क्यूआईआई) को बढ़ावा देने, इंफ्राटेक एजेंडा आदि जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के प्रमुख विषयों पर जोर देता आ रहा है।
पुणे की बैठक में होने वाली सभी चर्चाएं भारत की अध्यक्षता के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह के एजेंडे पर केंद्रित होंगी। इस बैठक में चर्चा की जाने वाली प्रमुख प्राथमिकता “भविष्य के शहरों का वित्तपोषण: समावेशी, सुदृढ़ और टिकाऊ” है। पुणे में दो दिन के दौरान, विभिन्न आधिकारिक बैठकें और सांस्कृतिक कार्यक्रम निर्धारित हैं। 16 जनवरी को भारत की अध्यक्षता के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह की पहली बैठक होगी। बैठक के आधे हिस्‍से में, आईडब्‍ल्‍यूजी के प्रतिनिधि अनेक आधिकारिक बैठकें करेंगे और 2023 के इंफ्रास्ट्रक्चर के एजेंडे पर चर्चा करेंगे। दोपहर के भोजन के बाद, प्रतिनिधि वृक्षारोपण के लिए पुणे विश्वविद्यालय जाएंगे, उसके बाद “भविष्य के शहरों का वित्तपोषण” विषय पर एक उच्च स्तरीय कार्यशाला होगी। दिन का समापन भव्य तरीके व सामूहिक रात्रि भोज के साथ होगा।
17 जनवरी को आईडब्‍ल्‍यूजी चार सत्रों पर विचार-विमर्श करेगा, जिसके बाद प्रतिनिधियों को धन्यवाद प्रस्ताव दिया जाएगा। पुणे में दो दिवसीय बैठकों का समापन एक विदाई रात्रिभोज के साथ होगा।

औपचारिक चर्चाओं के अलावा, प्रतिनिधि शहर की समृद्ध संस्कृति और सुंदर प्राकृतिक दृश्यों का अनुभव ले सकेंगे। विभाग ने पुणे हेरिटेज वॉक, सिटी टूर और महाबलेश्वर की यात्रा जैसे वैकल्पिक पर्यटन की व्यवस्था की गई है।
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