3 दिन से नवजात बच्चों को रेफर करने के बाद परिजनों को नहीं दी गयी जानकारी जिला अस्पताल में करोना कॉल के बाद वार्डों की स्थित दयनीय है। ना समय से डॉक्टर मरीजों को देखने जा रहे हैं ना ही उन्हें उचित इलाज दिया जा रहा है। आज एक बार फिर देखने को मिला जब महिला जिला अस्पताल में विमला पत्नी रिंकू दाउदनगर निवासी ने दो जुड़वा बच्चों ने जन्म दिया जिसके बाद दोनों बच्चों को कम वजन होने के चलते पुरानी बिल्डिंग के बर्न वार्ड के ऊपर बने बच्चों की बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया था जहां उन्हें लगातार ऑक्सीजन दिया जा रहा था। परिजनों का कहना है कि उन्हें लगातार प्राइवेट में ले जाने की सलाह दी जा रही थी। वही आज दोनों बच्चों के नाक से ब्लड आना शुरू हुआ जिसके बाद परिजनों ने हंगामा काटा और रोना पीटना शुरू किया तो स्टाफ नर्सों ने बताया कि 3 दिन पहले ही दोनों बच्चों को नई बिल्डिंग अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए रेफर किया गया है। वही तीन दिनों तक परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी गई जब आप बच्चों की हालत नाजुक हो गई तो पहुंचे हुए डॉक्टर ने बताया क्यों नहीं 3 दिन पहले रेफर किया जा चुका है। आखिर परिजनों को यह जानकारी क्यों नहीं दी गई जिसके चलते आज बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है, इससे डॉक्टरों व स्टाफ की लापरवाही साफ उजागर होती है।
सीएमएस एनके श्रीवास्तव का कहना है अस्पताल सीएमएस एनके श्रीवास्तव का कहना है कि बच्चों को 3 दिन पहले रेफर कर दिया गया था लेकिन नई बिल्डिंग में मशीन खाली होने की वजह से उन्हें वहां शिफ्ट नहीं किया गया।