मैं कांग्रेस की समर्पित कार्यकर्ता सदर विधायक अदिति सिंह के मुताबिक विधानसभा के संयुक्त अधिवेशन में जाकर मैंने कुछ गलत नहीं किया। मैं अभी उस पर अडिग हूं। विधायक होने के नाते मेरा काम है क्षेत्र का विकास करना, मैं वही कर रही हूं। यह बात हम सभी जानते हैं। विधायक अदिति ने स्वयं को कांग्रेस का समर्पित कार्यकर्ता बताया और फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आदिति ने ट्वीट किया कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं।
मैं जिस दल में हूंं, वहीं रहूंगा उधर हरचंदपुर के विधायक राकेश सिंह का कहना है कि मैं कांग्रेस पार्टी का विधायक, मेरे भाई ने भाजपा से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। ऐसे में कांग्रेस ने मेरे खिलाफ याचिका क्यों दायर की थी। जब संगठन विरोधी कोई कार्य मेरे द्वारा किया नहीं गया, तो याचिका क्यों दायर की गई। मैं जिस दल में हूंं, वहीं रहूंगा। जो मुगालते में है कि कांग्रेस से हरचंदपुर में मौका पाएंगे। वह मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखते रहें।
कांग्रेस नहीं बैठेगी चुप हालांकि कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को साक्ष्यों की अनदेखी करके पूर्वाग्रह वाला बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी। उच्च न्यायालय में मजबूती से लड़ाई लड़ेंगे। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने कांग्रेस के दो विधायकों अदिति सिंह और राकेश सिंह को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। यह आदेश जस्टिस पंकज कुमार जायसवाल और जस्टिस दिनेश कुमार सिंह की बेंच ने दिया। मामले की सुनवाई भी मंगलवार को हुई।