रायबरेली के पूर्व सदर विधायक ने अपनी कोठी पर आज एक प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस के पक्ष में खुलकर बोला। उन्होंने कहा कि रायबरेली के जीआईसी मैदान की रैली फ्लॉप रही। अगर सोनिया गांधी जी और प्रियंका गांधी मुझसे कांग्रेस की मदद करने की बात करती हैं तो मैं कांग्रेस की रैली में दिनेश सिंह की रैली से 20 गुना ज्यादा जनता की भीड़ इकट्ठा करके दिखा दूंगा।
अखिलेश सिंह ने कहा कि अब इस जिले में आने वाले समय में कांग्रेस का समर्थन करूँगा और कांग्रेस का एमएलसी बनूंगा। साथ ही लोकसभा के दोनों जिलों में यानि अमेठी और रायबरेली में भारी बहुमत से लोकसभा की सीटें निकलेंगी। कांग्रेस की मैं हर प्रकार से मदद करूँगा। अखिलेश ने कांग्रेस को कर्नाटक चुनाव जीतने की बधाई अभी से दे डाली है।
भाजपा में दिनेश सिंह के जाने से कोई फर्क नहीं रायबरेली पर- एमएलसी दिनेश सिंह के लिये अखिलेश ने कहा कि वह न तो समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के हुये और न बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती जी के हुये। पार्टी ने उनको इतना सब कुछ दिया और आज जो भी कुछ है वह कांग्रेस पार्टी की देन है और इसके बावजूद उन्होने प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी के विरोध में इतना कुछ बोल डाला। इसके लिए कांग्रेस ही नहीं बल्कि रायबरेली की जनता भी उन्हें माफ नहीं करेगी। आने वाले समय में लोकसभा के चुनाव में इनको पता चल जायेगा कि कौन कितने पानी में है।
रायबरेली की कांग्रेस की सदर विधायक का कांग्रेस में बढ सकता है कद- सूत्रों की माने तो रायबरेली की सदर विधायक अदिति सिंह का कांग्रेस में कद बढ़ना तय माना जा रहा है। क्योंकि इसी को लेकर एमएलसी दिनेश सिंह को कांग्रेस पार्टी छोड़ कर जाना पड़ा है। दिनश कहीं न कहीं अपने कद को छोटा महसूस कर रहे थे और उनको लगने लगा था कि आने वाले भविष्य में कांग्रेस में उनका कोई महत्व नहीं होगा। अब आने वाले लोकसभा चुनाव में अदिति सिंह को कांग्रेस किस पद पर बैठा सकती है इसको लेकर रायबरेली की जनता कयास लगा रही है।