विस्फोट दरगाह परिसर में उस जगह पर हुआ, जहां सूफी अनुष्ठान ‘धमाल’ चल रहा था। विस्फोट के समय दरगार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। इनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे। धमाके के बाद दरगाह परिसर में भगदड़ मच गई। बचावकर्मियों ने घायलों को एक निकटवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया। अकेले तालुका अस्पताल में 100 से अधिक घायलों को भर्ती कराया गया है।
घटना के बाद पुलिस की टुकड़ी घटनास्थल पर पहुंच गई, जो सिंध के दादू जिले के सुपर हाईवे से कुछ दूरी पर स्थित है। सूफी संत की दरगाह में धार्मिक रस्मों के लिए हर गुरुवार को सैकड़ों की तादाद में लोग इकट्ठा होते हैं।
पुलिस प्रमुख जमशोरो तारिक विलायत ने ‘डॉन’ से कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट इस ओर इशारा कर रही हैं कि महिलाओं के ठहरने वाली जगह पर एक आत्मघाती हमलावर मौजूद था। विलायत ने कहा कि सेहवान पुलिस द्वारा मुझे दी गई प्रारंभिक सूचना के मुताबिक, ऐसा लगता है कि इस घटना को एक आत्मघाती हमलावर ने अंजाम दिया है।
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में भी बलूचिस्तान प्रांत में एक मशहूर सूफी दरगाह में धमाका हुआ था जिसमें 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे। उस वक्त भी धमाका उसी समय हुआ था जब वहां ‘धमाल’ चल रहा था। उस वक्त आतंकी संगठन आईएसआईएस ने घटना की जिम्मेदारी ली थी।