केंद्र सरकार नेे जिले से गुजर रहे रतलाम-स्वरूपगंज मार्ग को नेशनल हाइवे तो घोषित कर दिया, लेकिन लंबा समय बीतने के बाद भी हाइवे का काम शुरू नहीं हो पाया है।
ऐसे में खस्ताहाल और गड्ढों से भरे इस मार्ग पर सफर करना मुश्किल भरा हो रहा है। कोढ़ में खाज यह है कि जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग ने सड़क के दोनों ओर पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई कर दी, जिससे पूरे मार्ग पर मिट्टी पसरी हुई है और दिन भर धूल के गुबार से वाहनधारियों को परेशान होना पड़ रहा है।
बिना स्वीकृति के खुदाई
नेशनल हाइवे 927 के एक्सईएन शंकरलाल बुनकर ने बताया कि जलदाय विभाग ने मार्ग के दोनों ओर डाली गई पाइप लाइन के लिए विभाग से कोई अनुमति नहीं मांगी गई। बिना स्वीकृति से ही खुदाई करने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में कई बार लिखित और मौखिक रुप से संबंधित विभाग को काम नहीं करने के लिए सूचित किया गया है। फिर भी खुदाई की जा रही है। ऐसे में जब हाइवे का विस्तार किया जाएगा तब समस्याएं आएंगी।
यहां अधिक परेशानी
इस मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही होने से बांसवाड़ा लिंक रोड, लोधा, कूपड़ा, तलवाड़ा, खेड़ा, परतापुर, सागवाड़ा और खेरवाड़ा के पास अधिक संख्या में गड् ढे पड़ गए हंै। साथ ही वाहनों में भर कर ले जाई जाने वाली गिट्टी और मिट्टी गिरकर सड़क पर पसर रही है। ऐसे में दुपहिया वाहनों के फिसलने की घटनाएं हो रही हैं।
डामरीकरण भी अधूरा
पूर्व में किए गए डामरीकरण के कार्य के दौरान कई हिस्सों को छोड़ दिया गया था। साथ ही कई सालों से मरम्मत का काम भी नहीं होने से पूरा मार्ग खस्ताहाल हो गया।
इनका कहना है…
नेशनल हाइवे एक्सईएन शंकरलाल बुनकर ने कहा कि एईकॉम कंपनी को हाइवे के लिए फिजीबिलीटी सर्वे का टेंडर दे रखा है। सर्वे एक दो महीनों में पूरा हो जाएगा। उसके बाद डीपीआर सबमिट होगी और तब निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा। पेचवर्क का काम एक दो दिन में शुरू कर देंगे।
मंजूरी के लिए आवेदन कर रखा है
पीएचईडी प्रोजेक्ट एक्सईएन लियाकत अली ने बताया कि हमने स्वीकृति के लिए आवेदन कर रखा है। हमें एनएच की ओर से कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। यह जनहित का काम है। जो राशि नियमानुसार बनती है वह जमा करा दी जाएगी।