लालगंज कोतवाली क्षेत्र के मतोरिया मजरे कुड़वल निवासी शत्रोहन का नौ वर्षीय पुत्र करुणाशंकर बीती दो सितम्बर को सायं तीन बजे गांव के कुछ बच्चों के साथ गांव के निकट हो रहे धार्मिक आयोजन को देखने के लिए गया था। देर शाम तक वापस न लौटा तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की, लेकिन बालक का कहीं सुराग नहीं लगा। दूसरे दिन ग्रामीणों ने परिजनों को गांव के किनारे तालाब में शव पड़े होने की सूचना दी।
प्रथम द्रष्टया मौत का कारण तालाब में डूबने का मान पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर मामले को बंद कर दिया था। जबकि परिजन बार-बार हत्या किए जाने का शक जाहिर कर बालक के साथियों से पूछताछ करने के लिए लालगंज पुलिस से मांग की।
मगर किसी ने मामले पर गंभीरता नहीं दिखाई। तीन सितम्बर को शव को डलमऊ श्मशान घाट पर दफना दिया गया। परिजनों ने प्रभारी मंत्री नंदगोपाल नंदी से गुहार लगाई। मंत्री ने डीएम को फिर से बालक के शव का पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिए। इसी के बाद रविवार को उपजिलाधिकारी क्षेत्राधिकारी लालगंज कोतवाली प्रभारी लालगंजए डलमऊ कोतवाल एके सिंह, नायब तहसीलदार पुष्पक आदि मौजूदगी में शव को कब्र से निकलवाया गया।
तहरीर के बावजूद नहीं दर्ज हुआ था मुकदमा मृतक के पिता शत्रोहन ने बताया की बीते 11 सितंबर को जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र देते हुए गांव के चार लोगों पर बालक की हत्या कर तालाब में फेंक देने का आरोप लगाया था, लेकिन अभी तक पुलिस ने किसी आरोपी पर मुकदमा दर्ज करने की बात तो दूर प्रकरण में जांच तक करना उचित नहीं समझा।
चोट से निकल रहा था खून मृतक करुणा शंकर के पिता शत्रोहन ने बताया कि बालक तालाब के किनारे कीचड़ में मिला था। उसकी पीठ पर मिट्टी व कुछ खरपतवार भी रखा था। बालक के हाथ पैर में चोट के निशान व आंख, नाक मुंह से निकल रहा खून हत्या की ओर इशारा करते हैं।
प्रशासन ने कहा रिपोर्ट आने पर होगी जांच लालगंज कोतवाली प्रभारी रावेंद्र सिंह ने बताया कि परिजनों के शक के आधार पर मुकदमा नहीं दर्ज किया जाएगा। पीएम रिपोर्ट के अनुसार बालक की मौत डूबने से हुई है । डीएम के निर्देश पर शव का पुन: पोस्टमार्टम कराने के लिए भेजा गया है । रिपोर्ट आने पर जांच की जाएगी