रायबरेली हरचंदपुर क्षेत्र के पहरावा निवासी रंजीत की पत्नी सुषमा गर्भवती बताई जा रही है। अचानक पेट में दर्द हुआ, परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना वहां की आशा मंजू को दी। मौके पर पहुंची आशा ने 102 एंबुलेंस फोन कर बुलाया और नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरचंदपुर पहुंचाया। जहां पर महिला को डॉक्टर ने गंभीर देख रायबरेली रेफर कर बाहर कर दिया। वहां की आशा बहू ने 102 नंबर एंबुलेंस को कॉल लगाने का प्रयास किया लेकिन कॉल ही नहीं लगी लगभग 40 से 45 मिनट पीड़ित फर्श पर तड़पती रही। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य मेले का कार्यक्रम चल रहा था और किसी ने इस तरफ ध्यान देने का प्रयास नहीं किया। मीडिया के हस्तक्षेप के बाद डॉक्टरों ने आनन-फानन में महिला को बैड पर लिटा कर उपचार शुरू कर दिया। स्वास्थ्य मेले में लगभग लगभग सारे डॉक्टर व भाजपा के लोग भी मौजूद रहे। लेकिन किसी ने तड़पती महिला की ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा।
भाजपा जिलाअध्यक्ष रामदेव पाल से इस मामले में पत्रिका ने बात की तो उनका कहना है मैं मेले के कार्यक्रम में था लेकिन जब मैं कार्यक्रम में गया तो यह महिला नहीं थी। कुछ समय बाद मैं बाहर निकला तो यह महिला का वहां पर मौजूद डाक्टर स्ट्रेचर पर इसका इलाज कर रहे थे। इसके बाद मै गाड़ी में बैठते-बैठते डिप्टी सीएमओ से महिला का सही इलाज करने के लिये बोलकर आया था।