scriptइंजीनियर ने ठुकरा दिया लाखों का पैकेज और खोल दी चाय की दुकान | Engineer denied package of lakhs and started tea stall | Patrika News

इंजीनियर ने ठुकरा दिया लाखों का पैकेज और खोल दी चाय की दुकान

locationरायबरेलीPublished: Jan 29, 2018 09:52:30 pm

Submitted by:

Ashish Pandey

आज कई लोगों को दे रहा है रोजगार।

tea stall

tea stall

रायबरेली. कहते हैं कि अगर इंसान ठान ले तो वह क्या नहीं कर सकता और ऐसा ही कर दिखाया रायबरेली जिले के एक इंजीनियर ने। लंदन रिटर्न इंजीनियर ने लाखों का पैकेज ठुकरा दिया और चाय का ठेला खोल दिया। राबरेली जिले के पूरे दिक्पाल मजरे पटेरा हरचंदपुर गांव के रहने वाले इंजीनियर विक्रम सिंह ने लाखों रुपए का पैकेज छोड़कर चाय का बिजनेश शुरू कर दिया। लंदन से वापस आए विक्रम सिंह ने अब तक नोएडा व रायबरेली में अपने चाय के चार आउटलेट खोल दिए हैं। विक्रम का अगला लक्ष्य यूपी की राजधानी लखनऊ और उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में चहास नाम से चाय की दुकान शुरू करना है।
नहीं लिया सरकारी मदद
सबसे बड़ी बात यह रही की विक्रम सिंह ने अपना यह स्टार्टअप बिजनेस बिना सरकारी मदद से शुरू किया। उन्होंने चहास नाम से चाय की दुकान सबसे पहले नोएडा में खोली। जब बिजनेस चल निकला तो उन्होंने दूसरा आउटलेट नोएडा के सेक्टर ६२ में शुरू किया। रायबरेली के रहने वाले विक्रम सिंह ने एक आउटलेट अपने जिले शहर रायबरेली में भी खोला है। रविवार को उन्होंने यहां दूसरा आउटलेट भी शुरू किया।
यहां से लिया आइडिया
मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एमसीए करने वाले विक्रम सिंह को एल एंड टी कंपनी में नौकरी मिली। कंपनी ने एक प्रोजेक्ट के तहत उन्हें छह महीने के लिए लंदन भेजा। नए स्टार्टअप के लिए आइडिया विक्रम को लंदन में चलने वाले कॉफी कैफे से मिला। जब वे भारत वापस आए तो उन्होंने कुछ कंपनियों में नौकरी भी की। इसके साथ ही वे चाय के बिजनेस पर भी काम करने लगे। इस दौरान उन्होंने इंटरनेट पर चाय पर रिसर्च जारी रखी।
विक्रम के चहास में मिलती है 25 तरह की चाय
विक्रम सिंह के चाय ठेला पर आप पहुंचे तो वहां आपको २५ तरह की चाय का स्वाद ले सकते हैं। ७ रुपया से लेकर ९९ रुपए तक की उनकी चाय बिकती है। इसमें अदरक वाली चाय की मांग सबसे अधिक होती है।
युवाओं को रोजगार देना प्राथमिकता

लाखों का पैकेज छोड़कर अपना स्टार्टअप शुरू करने वाले विक्रम सिंह खुद तो राजगारी बने ही उनकी प्राथमिकता युवाओं को रोजगार देना है। इसीलिए वह हर शहर में अपना यह बिजनेश शुरू करना चाहते हैं। विक्रम सिंह के इस कार्य की प्रशंसा नोएडा से रायबरेली तक हो रही है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो