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सरकारी बीज भंडार से बेंचा गया निजी बीज,सब्सिडी को लेकर किसानों ने किया हंगामा, कृषि अधिकारी ने दिया यह बयान

locationरायबरेलीPublished: Jun 06, 2020 06:50:45 pm

Submitted by:

Madhav Singh

सरकारी बीज भंडार से बेंचा गया निजी बीज,सब्सिडी को लेकर किसानों ने किया हंगामा, कृषि अधिकारी ने दिया यह बयान

सरकारी बीज भंडार से बेंचा गया निजी बीज,सब्सिडी को लेकर किसानों ने किया हंगामा, कृषि अधिकारी ने दिया यह बयान

सरकारी बीज भंडार से बेंचा गया निजी बीज,सब्सिडी को लेकर किसानों ने किया हंगामा, कृषि अधिकारी ने दिया यह बयान

रायबरेली . ऊंचाहार सरकारी बीज भंडार मे किसानो के साथ बड़ा धोखा हुआ है। सस्ते दर का निजी कंपनी का धान और गेहूं किसानो को कई गुना महंगे दर पर किसानो को यह कहकर बेंचा गया कि सब्सिडी बाद मे आएगी, लेकिन अब सब्सिडी न मिलने की बात कही जा रही है। जिसको लेकर किसानों ने हँगामा किया।
किसानो ने बीज और सब्सिडी को लेकर किया हंगामा

मामला नगर के सरकारी अस्पताल के सामने स्थित कृषक सेवा केंद्र का है। यहाँ पर क्षेत्र मे बड़ी संख्या मे किसानो को धान का बीज तीन सौ रुपये किलो के दर पर बेंचा गया है बीज देते समय किसानो से कहा गया कि यह उच्च स्तर का बीज है , इसमे आधी सब्सिडी किसानो के खाते मे आएगी। उसके बाद अब किसानो को फोन करके यह बताया जा रहा है कि सब्सिडी नहीं मिल पाएगी। सब्सिडी न मिलने की सूचना मिलते ही किसानो मे हलचल मच गयी , और शनिवार को सेवा केंद्र पर पहुँचकर एक किसान ने हँगामा खड़ा कर दिया। किसान का आरोप है कि उसे जो बीज दिया गया है , वह निजी कंपनी का है, और केंद्र प्रभारी ने निजी कंपनी से सांठगांठ करके उनको बीज दिया है। अब कहा जा रहा कि सब्सिडी नहीं मिल पाएगी। इस बारे मे जब केंद्र प्रभारी प्रवेश कुमार से संपर्क किया गया तो बताया कि वह जिला मुख्यालय मे बैठक मे है । जबकि केंद्र पर मौजूद विषय वस्तु विशेषज्ञ लक्ष्मी नारायण शर्मा ने बताया कि केंद्र से केवल सरकारी बीज दिया जा रहा है, और 300 रुपये किलो का कोई भी धान का बीज केंद्र मे नहीं है। जबकि पीड़ित किसान गोपापुर गाँव निवासी अखिलेश विश्वकर्मा का आरोप है कि उनको इसी केंद्र से गेहूं दिया गया है , और उसकी रसीद भी दी गयी है, जो निजी कंपनी की है , जबकि उसमे केंद्र प्रभारी ने हस्ताक्षर किए है।
रायबरेली कृषि अधिकारी रवि चन्द्र प्रकाश ने बताया

रायबरेली जिला कृषि अधिकारी रवि चन्द्र प्रकाश ने बताया है कि जिस भी किसानों को धान बीज मिल रहा है साथ ही अगर किसानों को बीज खरीदने के बाद सब्सिडी की बात जो सामने आ रही है वह पैसा बाद में सभी के खाते में आ जायेगी। उसके लिये पूरा बीज की पूरी खरीद हो जाने के बाद ही उसके खाते की जांच होने के बाद उसके खाते में सब्सिडी का पैसा आ जायेगा। कृषि अधिकारी ने बताया कि 2600 से लेकर 300 रुपये मूल्य का हाईब्रिड किस्म का बीज है। जिसका मूल्य निर्धारण कम्पनी खुद करती है। वह तीन प्राईवेट कम्पनियां है पाईनियर,बायर, निजिवुडू है। राज्य सरकार का इसमें कोई अनुदान नही मिलता है इसमें केवल केन्द्र सरकार का अनुदान मिलता है।
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