आरिफ ने की थी सारस की मरहम-पट्टी
दरअसल, अमेठी के मंडखा में मार्च 2022 में आरिफ के खेत में एक सारस पक्षी घायल मिला था। आरिफ के मुताबिक, उसके पैर में चोट लगी थी। आरिफ ने उसकी मरहम पट्टी की। इसके बाद सारस उनके साथ रहने लगा। आरिफ का जहां भी जाना होता, सारस साथ जाता। फरवरी में आरिफ व सारस की अनोखी दोस्ती की खबर सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंची और देखते ही देखते ये खबर वायरल हो गई।
लेकिन 3 दिन पहले वन विभाग की टीम ने आरिफ से उनके सारस को छीन लिया। वन विभाग की टीम सारस को पकड़कर समसपुर पक्षी विहार ले गई। इस घटना के बाद से राजनीति तेज हो गई। समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह सारस और आरिफ की दोस्ती देखने गए थे, इसके चलते सूबे की योगी सरकार ने आरिफ से उनका सारस छीन लिया।
पक्षी विहार से हो गया था लापता
इसी बीच खबर मंगलवार को खबर आई कि पक्षी विहार से सारस गायब हो गया है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल ही रहा था कि खबर मिली की सारस एक गांव में मिल गया है। वहीं, अब सोशल मीडिया पर इसी सारस को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं। कोई कह रहा है कि सारस भागकर वापस आरिफ के पास आ गया है, तो कोई कह रहा है कि आरिफ का सारस किसी रेलवे स्टेशन पर घायल पड़ा है।
आरिफ ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट की स्टोरी
हालांकि ये सच नहीं है। इस पर खुद आरिफ ने स्थिति साफ की है। आरिफ ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक स्टोरी पोस्ट की है। इसमें लिखा कि सोशल मीडिया और यूट्यूब चैनल पर फर्जी अफवाह उड़ाई जा रही है कि मेरा यानी आरिफ का सारस मिल गया है, लेकिन ये सब अफवाह ही है। अभी भी मेरा सारस वन विभाग की कैद में है।