जिलाधिकारी ने कहा कि ई-डायरी, नई दिशा, साफ्टवेयर से पूरे जनपद की बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़ी गतिविधियों को अच्छी तरह से प्रोजेक्ट करने के लिए इसे पूरी तरह से सक्रिय रखा जाए। जिससे विभाग को एक अपनी बात कहने का स्वतंत्र प्लेटफाॅम भी मिला है। उन्होंने कहा आज कल सहभागिता, प्रतिस्पर्धा और गुणवत्ता का युग है। जिसमें अध्यापक ने अपनी उपस्थिति को बेहतर बनाया है। जिसके कारण विद्यालयों में बच्चों की संख्या भी इजाफा हो रहा है और बच्चें भी विद्यालय के स्टाफ की एक्टिविटी का पूरा लाभ ले रहे है। उन्होंने ने कहा कि विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य और अधिक बेहतर बनाए जाने की जरूरत है। ई-डायरी, नई दिशा पर भरोसा करने से ही विश्वास बढ़ेगा और पठन-पाठन के साथ ही अन्य कार्य भी बेहतर सम्पादित होंगे।
पढ़ाई की गुणवत्ता का लिया संकल्प
डीएम ने कहा कि नई दिशा एप एक फ्रीडम की पहचान बन राजस्व विकास, स्वास्थ्य विभाग, विद्यालयों के अध्यापक/अध्यापिकाओं ने स्वतः ही मन से अपना कर इसको आगे बढ़ाया है। प्रतिदिन पठन-पाठन के साथ ही प्रार्थना आदि की जो गतिविधिया बेहतर हो उनका फोटो संदेश अपलोड करते रहे इसके अलावा जहां से अपलोड नहीं हो रहे हैं। वहां बीएसए व खण्ड शिक्षा अधिकारी, बीडीओ, एसडीएम, आदि संज्ञान लेकर व्यवस्था को दुरूस्त कराएं। इसके अलावा अब पढ़ाई की गुणवत्ता का भी संकल्प लेकर पठन-पाठन को और अधिक बेहतर बनाना है। नई दिशा पर भरोसा करने से ही विश्वास बढ़ेगा और पठन-पाठन आदि कार्य बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित कर जो शेष अध्यापक/अध्यापिकाएं नई दिशा, ई-डायरी, पठन-पाठन में उत्कृष्टि कार्य कर रहे हैं। उनको सम्मानित किया जाए।
टीचर्स स्टाफ को किया सम्मानित
इसके अलावा सभी अध्यापक विद्यालय से सम्बन्धित कोर्स पूरा कराकर एक बच्चों गुणात्मक परीक्षा का आयोजन कराएंगे जिसमें उत्कष्ट बच्चों व उनके टीचर्स स्टाफ को सम्मानित भी किया जाएगा। कार्यक्रम को मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार, एडीएम प्रशासन राम अभिलाष, बीएसए पीएन सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष, बेसिक शिक्षा अधिकारी पी0एन0 सिंह, ए0डी0 सूचना प्रमोद कुमार आदि सहित बड़ी संख्या में खण्ड शिक्षा अधिकारी, अध्यापक व अध्यापिकाएं उपस्थित थे।