ये भी पढ़ें- विवादित ढांचा विध्वंस इन 10 कारणों से कोर्ट में नहीं टिक पाए सीबीआई के सबूत लालगंज के एक गांव के रहने वाले किसान संदीप यादव ने बताया किसान बीज खरीदकर लाता है और उसे खेत में बोता है, लेकिन जानवर और मौसम की मार से के कारण उसे काफी नुकसान हो जाता है। साथ ही किसानों को बैकों से कोई सुविधा नहीं मिलती है। कर्ज लेने के लिए इतने कागजी झमेले हैं कि वो भी नहीं मिल पाता है। खेतों में अभी हाल ही में पानी गिरा था, तो गन्ना और धान की फसल पूरी तरह से बरबाद हो गई है।
ये भी पढ़ें- बाबरी पर कोर्ट के फैसले का सीएम योगी ने किया स्वागत, कांग्रेस पर बोला हमला, मुरली मनोहर जोशी ने कहा यह शैलेन्द्र बहादुर यादव का कहना है कि किसानों की हालत बहुत ही बदत्तर है। अधिकारी का बेटा अधिकारी बन रहा है मास्टर का बेटा मास्टर, लेकिन किसान का बेटा किसानी नहीं करना चाहता है। सरकारें केवल कॉरपोरेट घरानों को फायदा दे रही है। लघु किसानों को किसी भी प्रकार से कोई फायदा नहीं मिल रहा है। किसान क्रेड्रिट कार्ड मिल तो जाता है, लेकिन बैंकों में उसका फायदा मिलने के लिये काफी चक्कर लगाने पड़ते हैं। मौसम की मार से भी किसान बरबाद हो जाता है, तो सरकार उसको अच्छा मुआवजा नहीं देती है।