यह है पूरा मामला सलोन क्षेत्र के गांव के रह ने वाले एक शख्स के घर तिलक समारोह था। समारोह में शामिल होने आया गांव का ही जितेंद्र सिंह उसकी डेढ़ साल की बच्ची को खिला रहा था। कुछ देर बाद बच्ची अचानक गायब हो गई। करीब दो घंटे की खोजबीन के बाद उसका शव गांव के पास बरामद हुआ। परिवार वालों को जितेंद्र पर शक हुआ। देर रात परिवारीजनों ने कोतवाली पहुंच जितेंद्र सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई। मासूम के शव का पोस्टमार्टम हुआ तो दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। इस मामले की सुनवाई पाॅक्सो एक्ट की विशेष अदालत में हुई, तो साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को फांसी की सजा सुनाई गई।
पाॅक्सो एक्ट के तहत पहली फांसी महिला उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने के खातिर बनाए गए पाॅक्सो एक्ट में यहां अब तक सजा तो कई आरोपितों को सुनाई गई, लेकिन किसी अपराधी को फांसी की सजा का यह जनपद में पहला मामला है। छह साल से न्याय की राह देख रहे मासूम के परिवार वालों ने कहा कि अब जाकर बेटी को इंसाफ मिला।