रायबरेली. वर्ष 2017 के चुनाव में सदर सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत कर आई सदर विधायक अदिति सिंह ने बुधवार को लखनऊ में भाजपा का दामन थाम कर जिले की राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। अदिति सिंह साढ़े 4 साल के कार्यकाल का समय कांग्रेस में रहकर बिताया है। लेकिन अचानक उनके सुर भाजपा की तरफ मुड़ गए जिससे वह आए दिन भाजपा के कार्यो की बात की सराहना करने लगी और कांग्रेस पार्टी पर लगातार टिप्पणी भी करती नजर आती रही थी।
अदिति सिंह के भाजपा में जाने पर लोगों ने दिए अपने बयान रायबरेली सदर से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह के पिता स्वर्गीय अखिलेश सिंह के सदर सीट पर लंबे समय तक कब्जा रहा था । उनके पिता पांच बार सदर सीट से विधायक रहे जीवित रहते समय उनकी बेटी अदिति सिंह ने 2017 में सदर सीट से कांग्रेस से टिकट पर चुनाव लड़ा था। अखिलेश सिंह की बेटी को जनता ने भारी बहुमत से वोट किया था और एक लंबे आंकड़े से उन्होंने जीत भी हासिल की थी।चुनाव जीतने के काफी समय बीत जाने के बाद कांग्रेस और अदिति सिंह के बीच थोड़ा मनमुटाव पैदा हो गया था, समय बढ़ता गया और अदिति सिंह लगातार भाजपा के समर्थन में बयान देती नजर आई। नतीजा यह रहा की अदिति सिंह और कांग्रेस के बीच दूरियां बढ़ती गई। वह लगातार यूपी के सीएम के कार्यों की सराहना भी करती रही। विधानसभा से पहले अदिति सिंह की भाजपा में शामिल होने की चर्चा भी सुनने को मिलती रही। उसी को देखते हुए बुधवार को लखनऊ में अदिति सिंह ने भगवा झंडा थामते हुए इस चर्चा पर पूरी तरह से विराम लगा दिया।