मामला यह है कि कांग्रेस की विधायक और गांधी परिवार की बेहद नजदीकी मानी जाने वाली अदिति सिंह कांग्रेस पर बरसी थीं। उन्होंने कहा था कि अगर बसें हैं तो राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र में क्यों नहीं लगाईं? उन्होंने कांग्रेस को ही कहा है कि इस कोरोना के इस संकट की घड़ी में निम्न सियासत न करें।
अदिति सिंह ने ट्वीट किया था, ‘आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत? एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 आटो रिक्शा व ऐबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, यह कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई?’
नोटिस का जवाब नहीं दिया :- अदिति सिंह के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और रायबरेली प्रभारी केएल शर्मा ने कहा कि पिछले वर्ष पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए विधानसभा में उनके खिलाफ एक नोटिस दिया गया था जो लंबित है। विधायक अदिति सिंह ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है। लॉकडाउन के चलते सभी कार्रवाई लंबित हैं। वह जवाब देने से बच रही हैं। पार्टी ने उनके विधायक पद से अयोग्य घोषित करने का भी अनुरोध किया है।
अखिलेश की बेटी अदिति सिंह :- स्वर्गीय अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह 2017 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुई है। युवा विधायक अदिति सिंह अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं। अदिति सिंह को योगी आदित्यनाथ सरकार से वाइ श्रेणी की सुरक्षा मिली है। बीते वर्ष ही पंजाब से कांग्रेस के विधायक अंगद सैनी से अदिति सिंह का विवाह हुआ था।