महिला को दिया गया था तलाक हुआ था हलाला देश में जहां मुस्लिम महिलाओं को देश के प्रधानमंत्री तलाक को लेकर जागरूक करते नजर आ रहे हैं वहीं महिलाओं पर तलाक जैसे मामले रुकने का नाम नही ले रहे हैं। प्रशासन की ढुलमुल नीति के कारण ऐसे मामले मुस्लिम महिलाओं में देखने को मिलते हैं। थाना मिल एरिया के मैनूपुर गांव के रहने वाली एक महिला का निकाह 7 अप्रैल 2015 को थाना डीह क्षेत्र के टिकारी दादू निवासी मोहम्मद आरिफ के साथ हुआ था। लेकिन शादी के बाद से ससुराल के लोगों ने दहेज के खातिर इस महिला को परेशान करना शुरू कर दिया था। दहेज न मिलने के मामले पर महिला को 5 बार तलाक दिया गया था और दो बार उसका हलाला भी हुआ था। पीड़िता ने इस बात को लेकर अपने परिवार से बातचीत की और बचाने की भी लगातार कोशिश करती रही। लेकिन दहेज मांगने को लेकर उत्पीड़न लगातार करते रहे। इसके बाद उस महिला को घर से बाहर निकाल दिया गया। पीड़िता ने इस मामले की जब पुलिस के पास केस दर्ज करवाने की बात कही तो पुलिस प्रशासन ने इस पर किसी प्रकार से भी ध्यान नहीं दिया ना ही कोई कार्यवाही करने की कोशिश की।
महिला के चाचा ने केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग में की थी शिकायत महिला के इस झगड़े को लेकर जब चाचा को पता चला तो उसने अपनी भतीजी के लिए केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग में शिकायत दर्ज कराई। केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने इस मामले पर केंद्रीय महिला आयोग को भी पत्र लिखा और इस पत्र का संज्ञान लेते हुए जिले के रायबरेली के एसपी व सीओ सिटी को इस मामले पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल सीओ सिटी इस मामले पर पीड़िता की दी गई तहरीर पर परिवार अन्य लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर चार्जशीट दाखिल करेंगी और ऐसे लोगों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की भी प्रशासन की कोशिश रहेगी।