मामला ऊंचाहार खरौली मार्ग के किनारे कंद रावा गांव के आगे स्थित शनिदेव मंदिर के पास का है । यह मंदिर गंगा नदी के कटरी क्षेत्र में स्थित है । मंदिर के आसपास वीरान झाड़ियां है । जहां पर आमतौर पर दिन में भी कोई नहीं जाता है । इसी क्षेत्र के गांव महराज का पुरवा निवासी बाबा जगदीश प्रसाद पुजारी है । वह कई दिनों से लापता थे। अक्सर वह कई दिनों तक इधर उधर घूमने के बाद वापस लौट आते थे, इसलिए किसी ने उनकी तलाश भी नहीं की । आसपास के गांव के कुछ लड़के झाड़ियों की और मवेशी चराने गए तो वहां कंकाल देखा । मामले की सूचना पुलिस को दी गई । मौके पर पहुंची पुलिस ने कंकाल की पहचान कराई तो मौके पर मिले कपड़ों के आधार पर बाबा जगदीश प्रसाद के रूप में पहचान हुई । ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि बाबा झाड़ियों की ओर गए थे और किन्हीं कारणों से उनकी मौत हो गई । इसकी जानकारी किसी को नहीं हो पाई और उनका शव सड़कर कंकाल में तब्दील हो गया । पुलिस ने कंकाल को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेजा है । कोतवाल पंकज तिवारी ने बताया कि कंकाल को कब्जे में लिया गया है । संभावित विभिन्न आशंकाओं को देखते हुए जांच की जा रही है ।