केंद्रीय इस्पात मंत्री ने रेल पहिया कारखाने का किया निरीक्षण सोमवार को कारखाने का निरीक्षण करने के बाद केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने बताया कि यह देश का पहला अत्याधुनिक रेल पहिया कारखाना है जो अब पूरी तरह से स्वचालित है। कारखाना उत्पादन की दृष्टि से लगातार परीक्षण के अंतिम दौर में है। अक्टूबर माह के अंत इसे पूरी तरह से इसकी शुरुआत होने की संभावना है ।उत्पादन में देर होने की बात पर उनका कहना था कि अभी तक पता चला है कि शुरुआत में कारखाने की जमीन को लेकर कुछ समस्याएं सामने आ रही थी, उसके बाद पहियों की आपूर्ति के लिए रेलवे से वार्ता होने में कुछ समय लगा।
कारखाना पूरी तरह से है अत्याधुनिक यह कारखाना पूरी तरह से अत्याधुनिक है। इस कारखाने में विदेशी टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है। कोविड के शुरआत होने के कारण देश-विदेश से इंजीनियर व कुशल लोगों का आना जाना उस समय अचानक बंद होने से और देर हुई है ।उन्होंने कहा कि रेलवे से हमारी वार्ता पूरी हो चुकी है हम उनकी आवश्यकता के अनुसार उत्पादन करेंगे। अभी एक लाख पहिया का सालाना उत्पादन इसमें होगा ।जिसके बाद रेलवे रेल पहिया को लेकर आत्मनिर्भर हो जाएगा । उन्होंने कारखाना के कर्मचारियों की तारीफ करते हुए कहा कि मात्र 47 अधिकारियों के बदौलत या कारखाना उत्पादन के लिए तैयार है । हमारी कोशिश है कि हम स्थानीय लोगों को भी इसमें काम दे और कारखाने के महाप्रबंधक संजय झा ने बताया कि विशाखापत्तनम में से आने वाले इस्पात से रेल पहियों का निर्माण किया जाएगा । आरडीएसओ से हरी झंडी मिलते ही कारखाना रेल पहिया उत्पादन के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा ।