दुर्घटना की खबर सुनकर मौके पर पहुंचे पूर्व विधायक रामलाल अकेला व पूर्व प्रधान संघ अध्यक्ष विनय वर्मा ने परिजनों को ढाढ़स दिया। व हर सम्भव मदद का भरोसा जताया। जो शुक्रवार को प्रातः सीएचसी शिवगढ़ में ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने घर से निकलकर घर के सामने बांदा-बहराइच मार्ग पर शिवगढ़ निवासी अनुज द्विवेदी पुत्र राजकुमार द्विवेदी की बाइक पर बैठी ही थी कि तभी पीछे से हैदरगढ़ की ओर से तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। जिसकी चपेट में आयी रिन्कू मिश्रा व अनुज द्विवेदी को आनन फानन में सीएचसी शिवगढ़ ले जाया गया जहां डाक्टरों ने रिन्कू मिश्रा को मृत घोषित कर दिया। वहीं अनुज द्विवेदी की हालत गम्भीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है। जहां अनुज द्विवेदी की हालत नाजुक बनी हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया। जिनका पीएम उपरान्त शुक्रवार को दोपहर बाद डलमऊ में अन्तिम संस्कार कर दिया गया है।
इस दर्दनाक हादशे के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। वहीं सीएचसी में तैनात डाक्टरों एवं कर्मचारियों में शोक लहर दौड़ गई है। मृतका की मानसिक रुप से दिव्यांग बड़ी पुत्री आंचल 15 वर्षीय छोटी पुत्री अनन्या ; 12 वर्ष का रो रोकर बुरा हाल है। मृतका का पति राजकिशोर मिश्रा किसी प्रकार मेहनत मजदूरी करके परिवार की जीविका चलाता है ,पत्नी की मौत से राजकिशोर के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। मृतका की देवरानी ममता एवं भतीजे सौरभ मिश्रा ने बताया की सीएचसी शिवगढ़ जाने के लिए घर से निकल कर बाइक पर बैठी ही थी कि तभी हैदरगढ़ की ओर से तेज रफ्तार से आ रहा ट्रक बाइक में जोरदार टक्कर मारकर मौके से फरार हो गया।
नम आंखों से सीएचसी स्टाफ ने विदाई
एमसीटीएस डाटा ऑपरेटर रिन्कू मिश्रा की मौत से समूचे सीएचसी स्टाफ में शोक की लहर गई है। सरल एवं उदार व्यक्तित्व की धनी रिन्कू की मौत से आहत समूचा सीएचसी स्टाफ रो पड़ा। सभी ने नम आंखों से उन्हे भीनी अन्तिम विदाई दी। सीएचसी अधीक्षक डा0 एलपी सोनकर ने नम आंखों से अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि डाटा ऑपरेटर रिन्कू मिश्रा सरल एवं उदार व्यक्तित्व की धनी थी। जिन्होंने अपने कर्तव्य के प्रति कभी भी शिकायत का मौका नही दिया। उनके मिलन सार व्यक्तित्व के कारण उनकी कमी सीएचसी स्टाफ को हमेशा खलती रहेगी।
चन्द कदमों की दूरी पर स्थित गोल चराहे पर यदि पुलिस मौजूद होती तो ट्रक पुलिस के कब्जे में होता गणतन्त्र दिवस के महापर्व को लेकर जहां समूचे देश में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता थे इन्तजाम थे वहीं गणतन्त्र दिवस के अवसर पर शुक्रवार की प्रातः लगभग 9 बजे भवानीगढ़ से पुलिस नदारत दिखी। ग्रामीणों एवं मृतका के परिजनों का कहना है कि सूचना के काफी देर बाद तक मौके पर पुलिस नही पहुंची। यदि भवानीगढ़ गोल चौराहे पर पुलिस मौजूद होती अथवा पुलिस चाहती तो ट्रक एवं ट्रक चालक पुलिस के कब्जे में होता।
विधायक के अश्वासन के बाद भी नही बने ब्रेकर
6 माह पूर्व क्षेत्रीय लोगों ने वर्तमान विधायक से बांदा-बहराइच मुख्य मार्ग पर स्थित भवानीगढ़ चौराहे पर ब्रेकर बनवाने की मांग थी। जिस पर क्षेत्रीय विधायक रामनरेश रावत ने ग्रामीणों अश्वासन भी दिया था । किन्तु विडम्बना है कि आज तक ब्रेकर नही बन सके। यदि ब्रेकर बने होते तो बड़ी आसानी के साथ ट्रक को पकड़ा जा सकता था।