मेडिकल कालेज अस्पताल से फिर एक मोबाइल हुआ पार
अस्पताल आने वाले मरीज नहीं है सुरक्षित
सीसी टीवी कैमरा व सिक्यूरिटी गार्ड भी नहीं पकड़ पा रहे चोरों को
रायगढ़
Published: April 09, 2022 08:22:48 pm
रायगढ़. मेडिकल कालेज अस्पताल में हो रही लगातार चोरियों से मरीज व उसके परिजन खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं, लेकिन इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन द्वारा मरीजों को राहत पहुंचाने अभी तक किसी भी प्रकार की पहल नहीं की जा रही है। जिससे असमाजिक तत्व रात के समय अस्पताल के वार्डों में बेखौफ धूमते हुए सोए हुए मरीज के परिजनों के जेब से मोबाइल पार कर दे हैं। ऐसे में अब सीसी टीवी कैमरे व गार्डों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगने लगा है। ऐसे में शुक्रवार को रात में बच्चा वार्ड से परिजन का मोबाइल पार हो गया है, ऐसे में मरीजों पर दोहरा भार पडऩे लगा है।
गौरतलब हो कि मेडिकल कालेज अस्पताल में विगत कुछ माह से लगातार चोरी की घटनाएं सामने आ रही है, लेकिन इसके रोकथाम के लिए कोई कारगर पहल होता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में मरीज व परिजन खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला निवासी प्रशांत सिंह विगत कई साल से जुटमिल चौकी अंतर्गत कांशीराम चौक के पास किराए के मकान में रहकर आटो चलाने का काम करता है। ऐसे में उसके 8 माह के पुत्र श्रेयांश सिंह की दो दिन पहले तबीयत खराब होने से उसे मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराकर उपचार करा रहा है। इस दौरान शुक्रवार को रात करीब डेढ़ बजे जब बच्चा सो गया तो इसकी भी आंख लग गई, इसी दौरान कोई अज्ञात चोर ने उसके जेब से मोबाइल को पार कर दिया। ऐसे में जब वह सो कर उठा तो उसका मोबाइल नहीं था, ऐसे में उसने अपने आसपास काफी खोजबीन किया लेकिन नहीं मिला। साथ ही प्रशांत ने बताया कि दो माह पहले भी वह अपने बच्चे के उपचार के लिए आया तो एक मोबाइल पार हो गया था, ऐसे में वह दो बार अस्पताल आया और दोनों बार उसका मोबाइल चोरी हो गया है। जिससे अब यहां उपचार कराने आने वाले मरीजों के मन में भय व्याप्त होने लगा है।
सीसी टीवी कैमरे भी नहीं आ रहा काम
मेडिकल कालेज अस्पताल में विगत छह माह से चोरी पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं, जिससे इनको न तो सीसी टीवी कैमरे पकड़ पा रहा है और न ही सिक्यूरिटी गार्ड, जिससे वह आसानी से चोरी कर निकल जा रहे हैं। हालांकि अगर देखा जाए तो विगत छह माह से यहां लगातार मोबाइल चोरी की घटनाएं सामने आ रही है। ऐसे में अब यह सवाल उठने लगा है कि अस्पताल का तीसरी आंख भी चौपट हो चुका है, जिसके चलते चोर आसानी से चोरी कर निकल जा रहे हैं।
रात के समय गार्ड रहते हैं नदारद
मेडिकल कालेज अस्पताल की सुरक्षा के लिए दिन-रात मिलाकर ५५ गार्ड तैनात किया गया है, लेकिन इसके बाद भी मरीज व परिजनों को सुरक्षा नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में अब सवाल यह उठने लगा है कि सिक्यूरिटी गार्ड सही तरीके से अपना ड्यूटी नहीं कर रहे हैं, जिसके चलते लगातार चोरी की घटनाए सामने आ रही है। वहीं बताया जाता है कि रात के समय यहां १७ गार्ड तैनात रहते हैं, लेकिन रात के समय अस्पताल में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है उससे पूछताछ नहीं होती है, इस कारण चोरिया बढ़ रही है। ऐसे में अगर बाहर से आने वाले व अंदर से बाहर जाने वाले लोगों से पूछताछ व उनका नाम नंबर नोट किया जाता तो शायद चोरी की घटनाओं में कमी आती, लेकिन ऐसा नहीं होने से मरीज के परिजनों के साथ असमाजिक तत्व भी आसानी से अंदर प्रवेश करते हैं और अपने मकशद में कामयाब होकर बाहर निकल जाते हैं।

मेडिकल कालेज अस्पताल से फिर एक मोबाइल हुआ पार
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