इंदिरा विहार उद्यान में वृद्ध के सिर पर गिरा पेड़ का डंगाल
रायगढ़Published: Nov 08, 2022 08:50:33 pm
घायल वृद्ध को जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती
0 पूरे परिवार के साथ गया था पिकनिक मनाने


इंदिरा विहार उद्यान में वृद्ध के सिर पर गिरा पेड़ का डंगाल
रायगढ़. शहर के पिकनिक स्पाट में मंगलवार को काफी चहल-पहल देखी गई, इस दौरान एक वृद्ध अपने परिजनों के साथ इंदिरा विहार उद्यान में गया हुआ था, इस दौरान सूखे पेड के एक डंगाल उसके सिर पर गिर गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जिससे जिला अस्पताल में गंभीर रूप से भर्ती कराया गया है।
गौरतलब हो कि दीपावली त्यौहार बितते ही आंवला नवमी से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक लोग पिकनिक का जमकर आनंद उठाते हैं, जिसके चलते मंगलवार को शहर के पिकनिक स्पाट पूरे दिन गुलजार रहा। इस दौरान शहर के इंदिरा विहार उद्यान में सैकड़ों लोग पहुंचे थे, जिससे पूरा उद्यान भरा हुआ था, वहीं आईसक्रीम से लेकर गुपचूप ठेला भी लगा था, जिसका पर्यटकों ने जमकर आनंद उठाया। इस दौरान शहर के पंजरी प्लांट निवासी जगतराम साहू ७० वर्ष भी अपने पूरे परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए गया था, इस दौरान महिलाएं भोजन पकाने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान जगतराम आसपास में लकड़ी बिन रहा था, तभी एक सूखे पेड से डंगाल टूट कर उसके सिर पर गिर गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जगतराम के शोर मचाने पर उसके परिजनों सहित अन्य पर्यटक मौके पर पहुंचकर उसे लहुलुहान हालत में उठाया और वन कर्मियों से प्राथमिक उपचार की मांग की तो उनके पास कुछ नहीं था, ऐसे में वृद्ध को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने उसका उपचार करते हुए उसके सिर में छह टांके लगाए हंैं, बताया जा रहा है कि सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
हर दिन पहुंच रहे दर्जनों लोग
गौरतलब हो कि इंदिरा विहार उद्यान शहर के नजदीक होने के कारण यहां हर दिन बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने के लिए पहुंचते हैं। जिससे वन विभाग को भी अच्छा-खासा राजस्व की कमाई हो रही है, लेकिन इनके सुविधा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं की जाती है। जिसके चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं जिस जगह पर लोग पिकनिक मनाते हैं वहां पर पानी नहीं होने से दूर से पानी लाना पड़ता है। जिससे लोगों का कहना है कि अगर यहां आने का शुल्क दे रहे हैं तो उद्यान में जगह-जगह पानी की भी व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि दिक्कतों का सामना न करना पड़े।